मुंबई। भारतीय स्टॉक/शेयर मार्केट (Indian Stock Market) में अक्सर ही लोग अपना पैसा निवेश करते हैं। अगर स्टॉक मार्केट चढ़ता है तो लोगों को उनके निवेश पर फायदा मिलता है। पर अगर स्टॉक मार्केट गिरता है तो लोगों को उनके निवेश पर नुकसान होता है। हालांकि स्टॉक मार्केट पूरी तरह अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है। इसमे फायदा होने के साथ-साथ नुकसान होने की 50-50% संभावना रहती है। पर रिस्क होते हुए भी लोगों का स्टॉक मार्केट में निवेश करने को लेकर जो प्यार है, वह कम नहीं होता है। ऐसे में यह ज़रुरी है कि स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) के साथ कुछ अन्य ज़रूरी बातों का भी ध्यान रखा जाए। इन बातों का ध्यान रखने से स्टॉक मार्केट की स्थिति की बेहतर जानकारी मिलती है और निवेश करने से पहले सभी ज़रूरी डिटेल्स का ज्ञान होता है। इससे स्टॉक मार्केट में निवेश का जोखिम भी कम हो जाता है।
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आइए एक नज़र डालते है स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले ध्यान में रखने वाली कुछ ज़रूरी बातों पर।
1. अमेरिकी स्टॉक मार्केट - अमेरिकी स्टॉक मार्केट दुनिया के सबसे बड़े स्टॉक मार्केट में से है। ऐसे में उसमे होने वाले उतार-चढ़ाव का असर भारतीय स्टॉक मार्केट पर भी पड़ता है। ऐसे में भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले अमेरिकी स्टॉक मार्केट, खासकर Dow Jones की जानकारी रखना और उसके आंकड़ों का इस्तेमाल करके निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
2. अमेरिकी सर्विस सेक्टर इन्डेक्स - अमेरिकी सर्विस सेक्टर इन्डेक्स की जानकारी अमेरिकी स्टॉक मार्केट को समझने में तो मदद करती ही है, साथ ही भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश के फैसले में भी मदद करती है।
3. एशियन स्टॉक मार्केट्स - एशियन स्टॉक मार्केट्स जैसे चीन, जापान आदि देशों के स्टॉक मार्केट्स के आंकड़ों की जानकारी रखना भी भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश में मदद करता है।
4. एसजीएक्स निफ्टी (SGX Nifty) - एसजीएक्स निफ्टी सिंगापुर के स्टॉक मार्केट में फ्यूचर ट्रेडिंग में काम आता है। ऐसे में भारतीय स्टॉक मार्केट के लिए एसजीएक्स निफ्टी इंडिकेटर की भूमिका निभाता है। ऐसे में इसकी जानकारी भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश करने के फैसले में मदद करता है।
5. म्यूचुअल फंड्स - म्यूचुअल फंड्स में किए जाने वाले निवेश पर मिलने वाले रिटर्न और साथ ही इससे सम्बन्धित डिविडेंड ब्रोकरेज आदि की जानकारी भी भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश करने के फैसले में मदद करता है।
6. एफआईआई (FII) और डीआईआई (DII) आंकड़ें - FII को विदेशी संस्थागत निवेशक (Foreign Institutional Investor) और DII को घरेलू संस्थागत निवेशक (Domestic Institutional Investor) कहते हैं। इनकी जानकारी भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश के फैसले में मदद करती है।
7. एफ & ओ (F&O) के अंतर्गत एनएसई (NSE) में बैन हुए स्टॉक्स - कैनरा बैंक, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस और सन टीवी नेटवर्क अगस्त 2 के लिए F&O के अंतर्गत NSE में बैन हैं। इनकी जानकारी भी भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश के फैसले में मदद करती है।
8. क्रूड ऑयल - क्रूड ऑयल की कीमत में उतार-चढ़ाव का असर भी स्टॉक मार्केट पर पड़ता है। ऐसे में क्रूड ऑयल की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव की जानकारी भी भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश के फैसले में मदद कर सकती है।
9. अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड्स - अमेरिका के ट्रेज़री यील्ड्स में होने वाले उतार-चढ़ाव की जानकारी भी भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश के फैसले में मदद करती है।
10. पिछले दिन के भारतीय स्टॉक मार्केट के नतीजें - एक दिन पहले स्टॉक मार्केट में हुए उतार-चढ़ाव और मुख्य आंकड़े अगले दिन भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश के फैसले में मदद करती है।
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