Sunday, August 1, 2021

Anupama 2nd August written updates: बिखरने लगा है अनुपमा का परिवार, बच्चों में बढ़ती नफरत से टूटने लगी है रिश्तों की डोर

नई दिल्ली। अनुपमा और वनराज इन दिनों काफी परेशानियों से गुजर रहे हैं। कैफे और डांस एकेडमी खुलते ही टैक्स भरने का नोटिस आ गया है। 20 लाख रुपयों को लेकर दोनों ही दुखी है। ऐसे में राखी दवे उन्हें ऑफर करती है कि वो उनसे पैसे ले लें। जिसे वनराज और अनुपमा ठुकरा देते हैं। वहीं दूसरी ओर अनुपमा के बच्चे उनके हाथ से निकलते जा रहे हैं। पाखी और तोषो घर छोड़ने को लेकर बार-बार ताने देते हैं। जिसे लेकर अनुपमा की चिंता और भी बढ़ती जा रही है। जानिए आज रात 'अनुपमा' शो के लेटेस्ट एपिसोड में क्या होगा।

अनुपमा ने ठुकराया राखी दवे का ऑफर

अनुपमा राखी दवे को कहती है कि उनके साथ कान्हा है। जब तक उनकी सांस में सांस है। तब तक वो मेहनत करेंगे। वो राखी दवे से कहती है कि वो उससे पैसे लेकर करोड़ों के ताने नहीं सुनना चाहती। वनराज और अनुपमा दोनों ही राखी दवे को कहते हैं कि वो जा सकती हैं। मामा जी भी दोनों के साहस की तारीफ करते है। जाते हुए राखी दवे तोषो को सुनाते हुए कहती है कि एक और शाम और एक तमाशा। शाह परिवार की भी क्या बात है।

 

बाबू जी ने बच्चों से मांगी माफी

राखी दवे के जाते ही बाबू जी अनुमपा और वनराज से माफी मांगते हैं। वो दोनों को कहते हैं कि उन्होंने जान बूझकर नहीं करा। बाबू जी कहते हैं कि जब कारखाना बंद हुआ तो उन्होंने पेपर्स भी खोलना छोड़ दिया। वनराज और अनुपमा दोनों ही बाबू जी को संभालते हैं। तोषो बाबू जी को ताने देते हुए मन ही मन सोचता है कि इस घर में किसी ने आज तक कुछ ठीक किया है जो वो करते। बाबू जी बहुत दुखी हो जाते हैं।

बाबू जी कहते हैं कि लोग अपने बच्चों को विरासत में करोड़ों की संपत्ति देते हैं, लेकिन उन्होंने उन्हें कर्ज दिया है। मामी जी भी दुखी होते हुए कहते हैं कि वो सोच रहे थे कि वो काम करके जीजा की मदद करेंगे। लेकिन उनकी किस्मत में बोझ बनना ही लिखा है। वनराज बाबू जी से कहता है कि वो हार नहीं मानेंगे।

तोषो का फूटा गुस्सा

तोषो गुस्से में अपने कमरे में चला जाता है। जिसे अनुपमा और किंचल देख लेती है। कमरे में जाते ही तोषो गुस्से में कपड़े में फेंकने लगता है। किंचल तोषो से उसकी हरकत के लिए पूछती है। तभी गुस्से में तोषो कहता है कि इस घर में हर कोई अपने आत्मसम्मान के लिए सोचता है। जब मम्मी पैसो की हेल्प कर रही थी। तब इन लोगों ने मना कर दिया। किंचल कहती है कि ये जब वो अलग जाकर रहने लगेंगे तब उनकी जिंदगी में भी प्रॉब्लम्स आएंगी।

तोषो चिला-चिलाकर कहता है कि उसे इस घर से निकलना है। इस घर में उसका दम घुटता है। अनुपमा तोषो के कमरे में उससे बात करने के लिए जाती है। तभी वो तोषो को चिल्लता हुआ सुन लेती है और वहां से चली जाती है।

 

वनराज काव्या संग गया घूमने

वनराज परेशान घूम रहा होता है। तभी काव्या कहती है कि थोड़ा बाहर घूम आते हैं। उसका दम घुट रहा है। वनराज कहता है कि उसका मूड नहीं है। कहीं भी जाने का। तभी काव्या बताती है कि उसकी फ्रेंड ने बुलाया है। थोड़ी देर के बाद वापस आ जाएंगे। काव्या कहती है कि बाहर रहकर वो आराम से सोच भी सकता है। ये सुनकर वनराज बाहर जाने के लिए राजी हो जाता है। तभी काव्या के पास स्वीटी आती है और उससे कहती है कि कल उसका डांस कॉम्पिटिशन है।

उसे डांस सीखा दे। काव्या पाखी को मना कर देती है। जिसे सुनकर पाखी गुस्सा हो जाती है। अनुपमा पाखी को देखती है और कहती है कि वो खुद कर सकती है। अनुपमा पाखी को दिखाती है कि वो बर्तन संभाल रही थी। ये देख पाखी काफी भड़क जाती है और फैसला लेती है कि वो खुद ही डांस कर लेगी।

समर को समझाती हैं अनुपमा

नंदनी समर से कहती है कि 20 लाख बहुत बड़ी रकम है। वो कैसे करेगा। समर रोते हुए बताता है कि बचपन में उसे पैसों का कोई आइडिया नहीं था। वो अपन गुल्क मां के पास लेकर पास जाता है और कहता है कि गुल्क में से ले लें। काश आज भी उसे पैसों का कोई आइडिया नहीं होता है। तभी अनुपमा आती है और समर के आंसू पूछती है। अनुपमा नंदनी से कहती है कि वो जाकर पाखी को डांस सिखाए, लेकिन नंदनी कहती है कि वो चली तो जाएगी लेकिन वो नहीं जानती कि पाखी कैसे रिएक्ट करेगी। समर कहता है कि गुस्सा ही करेगी।

समर कहता है कि उसकी बेस्टी है। अनुपमा बताती है कि वनराज और काव्या बाहर गए हैं। तभी अनुपमा समर से तोषो संग बात करने को कहती है। समर बताता है कि उन दोनों के बीच में हाथापई हो गई थी। इसलिए वो बात नहीं कर रहे हैं। ये सुनकर अनुपमा दुखी हो जाती है। अनुपमा समर और नंदनी से कहती है कि अब बस उन्हें रोना छोड़ना है और ये सोचना है कि कल सुबह से उन्हें क्या करना है।

वनराज ने की दोस्त से लोन की बात

काव्या और वनराज अपने दोस्तों के साथ खूब एन्जॉय कर रहे होते हैं। वनराज काव्या को थैंक्यू कहता है कि उसे इसकी जरूरत थी। तभी वनराज के दोस्त को लोन का मैसेज आता है। उसका दोस्त कहता है कि ये लोन वाले कभी भी मैसेज कर देते हैं। जिसे लोन चाहिए भी नहीं उसे भी कर देते हैं। वनराज कहता है कि और जिसे लोन चाहिए उसे लोन मिलता नहीं है। ये सुनकर काव्या का मुंह बन जाता है। वनराज अपने दोस्त को कहता है कि उसने नया बिजनेस खोला है। उसके लिए उसे लोन चाहिए। वो अपने दोस्त को भी कहता है कि कोई लोन देने वाला हो तो बताए।

तभी उनकी एक दोस्त काव्या से नौकरी के बारें में पूछती है। काव्या कहती है कि वनराज के बिजनेस को सेटअप करने में उसे टाइम नहीं मिला। तभी उसकी दोस्त कहती है कि वो किसी से बात करेगी, लेकिन जब वो फोन करे तो उठा ले। काव्या कहती है कि उसका फोन उसके हाथ में ही होता है।

 

पाखी ने नंदनी संग बदतमीजी

नंदनी पाखी के पास जाती है। नंदनी पाखी से कहती है कि उसे रिहर्सल या ड्रेस में कोई हेल्प चाहिए तो उसे बता दे। तभी पाखी कहती है कि मम्मी खुद नहीं आई तो उसे भेज दिया। रिमोर्ट कंट्रोल महानता दूर से ही महान बन रही हैं। पाखी का ये जवाह सुनकर नंदनी कहती है कि काश आंटी कंट्रोल से थप्पड़ भी भेज पाती। नंदनी पाखी को कहती है कि उसे बात करने ही बिल्कुल भी तमीज नहीं है। पाखी कहती है कि जिस हक से वो डांट रही हैं वो अभी तक उसे मिला नहीं है। पाखी और नंदनी के बीच लड़ाई की आवाज़ सुनकर समर, अनुपमा, किंचल और तोषो भी आज जाते हैं।

बच्चों के बीच हुआा झगड़ा

पाखी और नंदनी के बीच बहुत बहस होती है। किंचल पाखी को कहती है कि वो काफी बदतमीज हो गई हैं। उसे किसी भी बात नहीं करने की तमीज नहीं है। किंचल की बात सुनकर पाखी कहती है कि वो अनुपा के घर में काफी चम्मचे घूम रहे हैं, लेकिन वो किसी की भी कोई बात नहीं करना चाहती। पाखी की गुस्से में कहती है कि उसे घर और घर में रहने वालों लोगों से नफरत है। ये सुनकर तोषो को कहता है कि ये बिल्कुल सच है। तोषो और समर भी लड़ने लगते हैं और गुस्से में चले जाते हैं। ये देख अनुपमा काफी दुखी हो जाती है और रोने लगती है।

( Precap- दोस्तों से मिलकर काव्या और वनराज वापस आ रहे होते हैं। काव्या वनराज से कहती है कि उसे क्या जरूरत थी उसके दोस्त से लोन की बात कहने की। काव्या कहती है कि उसने उसे ले जाकर ही बड़ी गलती कर दी। वनराज काव्या पर चिल्लता है। काव्या कहती है कि वो उस पर ऐसे ना चिल्लाए। वनराज कहता है कि उसने अभी तक उसकी आवाज़ नहीं सुनी है। वहीं दूसरी ओर अनुपमा पाखी की ड्रेस को ठीक करते हुए सोचती है कि कल जब पाखी जीतकर घर आएगी। तभी पाखी अनुपमा से अपनी ड्रेस छीनकर कहती है कि वो बड़ी हो गई है और उसे उनकी जरूरत नहीं है। ये सुनकर अनुपमा दुखी हो जाती है। )



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