नई दिल्ली। जिन नए कृषि कानूनों को देश का किसान दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा जमाए बैठा है उन्हीं कानूनों को आईएमएफ की प्रमुख अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने किसानों के लिए बेहतर बताया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से जो कानून बनाए हैं वो किसानों की आय को बढ़ाने सहायक साबित होंगे। आइए आपको भी बताते हैं कि उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर क्या कहा...
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कमजोर काश्तकारों की सुरक्षा पर जोर
इसके साथ ही गीता गोपीनाथ ने कमजोर किसानों को सामाजिक सुरक्षा देने पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार की जरूरत है। बुनियादा ढांचा ठीक करने से लेकर कृषि में बहुत सारे क्षेत्र हैं जिनमें सुधार किए जाने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा कि ये कृषि कानून मार्केटिंग को लेकर हैं। यह सभी कानून किसानों के लिए बाजार को और बड़ा कर रहा है।हमारी समझ में इन कानूनों से किसानों की आय बढ़ाने की क्षमता है।
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दो महीने से धरने पर बैठे हैं किसान
केंद्र सरकार ने पिछले साल सितम्बर में संसद से तीन कृषि कानून पारित किए थे। सरकार का दावा है कि इससे किसानों की आय को बढ़ाने में मदद मिलेगी। वहीं कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी दिल्ली की सीमा पर पिछले दो महीने से किसान बैठे हुए हैं। किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले और एमएसपी गारंटी पर कानून लेकर आए। किसानों का कहना है कि सरकार के इन तीन कानूनों के आने से मंडियां कमजोर होंगी।
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