मुंबई । वैश्विक बाजारों में तरलता की बेहतर स्थिति तथा घरेलू शेयर बाजारों में तेजडिय़ा दौड़' के चलते भारतीय कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष (2020-21) में आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आइपीओ) से 31,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भी आइपीओ पाइपलाइन काफी मजबूत बनी हुई है। यह पिछले तीन साल के दौरान आइपीओ से जुटाई गई राशि का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। आइआइएफ एल सियोरिटीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संदीप भारद्वाज ने कहा कि आइपीओ पाइपलाइन काफी मजबूत है।
28 कंपनियों के पास 28,710 करोड़ -
रुपए जुटाने को आइपीओ के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड की मंजूरी है। सेंट्रम कै पिटल के प्रबंध निदेशक राजेंद्र नाइक ने कहा कि 2021-22 में एलआइसी, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, एनसीडीई एस, ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक का आइपीओ आने की उ्मीद है। विश्लेषकों के अनुसार, शेयर बाजारों के पास उपलध आंकड़ों के अनुसार, 2020-21 में 30 कंपनियों ने आइपीओ के जरिये 31,277क रोड़ रुपए जुटाए।
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