नई दिल्ली। गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना के बाद सई चौहान निवास को छोड़कर गडचिरोली जाने वाली है। यह बात देवयानी को पता है । पर सई ने उससे प्रॉमिस लिया है कि वह किसी को नहीं बताएगी।
सई करती है पुलकित से बात
सई पुलकित को बताती है कि वह कल घर छोड़ कर जा रही है। पुलकित उसे एक बार फिर से सोचने को कहता है । वह उसे बार बार समझाता है कि गडचिरोली से अच्छी पढ़ाई नागपुर में होती है। पर सई कहती है कि वह नागपुर में रहकर चौहान निवास के लोगों को परेशान नहीं करना चाहती। इसलिए वह नागपुर छोड़कर ही जा रही है।
देवयानी विराट को सीक्रेट बताती है
दिव्यानी विराट को बताती है की सई घर छोड़कर जाने वाली है। विराट यह सुनकर बोलता है कि इसमें कोई नई बात नहीं है। अब मैं उसे कितनी बार समझा दूं उसे समझ में नहीं आता । मैं जबर्दस्ती तो उसे घर में बंद नहीं कर सकता।
पत्रलेखा इन दोनों के बीच में बोलती है
पत्रलेखा विराट को भड़कती है कि सई ने कब पूरे घर वालों के बारे में सोचा है। जो अब सोचेगी उसकी तो शुरू से यह आदत रही है। देवयानी पत्रलेखा पर बहुत गुस्सा होती है ।और कहती है कि यह पत्रलेखा बहुत बुरी है ।और विराट तुम ऐसा करके पछताओगे।
अश्वनी लाती है सई के लिए खाना
इधर अश्वनी सई को जबरदस्ती डांट कर खाना खिलाती है । सई मन ही मन सोचती है क्या पता यह आई की तरफ से आखरी डांट हो
(Precap —अश्वनी पूछती है सई से सवाल । अश्वनी को यह पता हो जाता है कि सई कुछ ना कुछ छुपा रही है। इस पर वह सई से पूछती है कि क्या बात है। सई कुछ नहीं बोलती तो अश्वनी उससे कहती है कि मेरी आंखों में देख कर बताओ कि तुम क्या छुपा रही हो। विराट सई से कहता है कि तुम बार-बार कह रही थी कल से सब बदल जाएगा। आ गया तुम्हारा कल क्या बदल रहा है।)
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