Thursday, October 28, 2021

इस किरादार के लिए जैकी श्रॉफ ने कर दी थी अनिल कपूर पर थप्पड़ की बारिश, जानें क्यों

राम लखन (1989), कर्मा (1986), कभी ना कभी हां (1998), त्रिमूर्ति (1995), अंदर बाहर (1984), काला बाजार (1989) शूटआउट एट वडाला (2013) कुल मिला कर 12 फिल्मों में जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर की जोड़ी नजर आई थी। उन दिनों जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर सबसे मशहूर जोड़ियों में सें एक माने जाते थे। जहां एक ओर जैकी एक सख्त किरदार में फिट बैठते थे तो वहीं अनिल चुलबुले और कॉमिक किरदारों के लिए जाने जाते थे। लेकिन एक मौका ऐसा भी आया जब जैकी श्रॉफ ने अनिल कपूर पर फिल्म परिंदा के सेट पर थप्पड़ की जोरदार बारिश कर दी।

दरअसल परिंदा 1989 में आई एक मल्टीस्टारर फिल्म थी जिसे मशहूर डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा ने लिखा था और डायरेक्ट किया था। इसी फिल्म से जुड़ा एक किस्सा शेयर करते हुए विधु विनोद चोपड़ा ने बताया था कि जैकी श्रॉफ फिल्म में अनिल कपूर के बड़े भाई के किरदार में थे। एक सीन में जैकी श्रॉफ अनिल कपूर को थप्पड़ मारते हैं। इस सीन को बेहतर बनाने के लिए जैकी ने अनिल को एक दो नहीं बल्कि 17 थप्पड़ मारे थे। वे बतातें हैं कि थप्पड़ अनिल कपूर को रियल में मारें गए थे। क्यूंकि हवा में थप्पड़ मारने से अनिल कपूर के रिएक्शन्स परफेक्ट नहीं थे।

1989 की इस फिल्म में जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर के अलावा अन्य भूमिकाओँ में नाना पाटेकर, अनुपम खेर और माधुरी दीक्षित भी नजर आयीं थी. फिल्म की कहानी की बात की जाए तो यह दो भाई किशन और करन की कहानी है। जिसमें जैकी श्रॉफ यानि किशन अन्ना, नाना पाटेकर के लिए काम करता है। जो मुबंई में काले धंधे करता है। फिल्म में अनुपम खेर पुलिस वाले के किरदार में हैं। जिनकी हत्या किन्हीं कारणों से अनिल कपूर के हाथों हो जाती है। माधुरी दीक्षित अनुपम खेर की बहन के किरदार में हैं।

कहानी में आगें पता चलता है कि किशन और करन के माता पिता की हत्या भी अन्ना ने हीं की थी। इसी के बदले की भावना में फिल्म खत्म होती है।

इस फिल्म को सिनेमाघरों में दर्शकों को का खूब प्यार मिला था। फिल्म को दो राष्ट्रीय पुरस्कारों के साथ साथ पांच फिल्मफेयर अवार्ड भी मिले थे। बता दें कि फिल्म को मात्र 12 लाख के बजट में तैयार किया गया था।



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