नई दिल्ली। बजट ज्यादा दूर नहीं है और शेयर बाजार में बीते चार कारोबारी सत्रों में 2700 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है। मोदी काल में बजट से एक हफ्ते पहले के कारोबार को देखें तो यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। अगर बात आज की करें तो सेंसेक्स में 900 से ज्यादा अंक टूटा, जबकि निफ्टी 50 में 271 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिली है। जानकारों की मानें तो बाजार करेक्शन मोड में जा चुका है। आने वाले कारोबारी सत्रों में और गिरावट देखने को मिल सकती हैै। वहीं बजट का भी असर देखने को मिल रहा है।
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बजट से शेयर बाजार में भारी गिरावट
बजट 2021 से पहले शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आ चुकी है। अगर बात आज की करें तो सेंसेक्स 937.66 अंकों की गिरावट के साथ 47409.93 अंकों पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 271.40 अंकों की गिरावट के साथ 13967.50 अंकों पर बंद हुआ। वहीं सेंसेक्स 21 जनवरी को अपने उच्चतम स्तर से 2774.08 अंक टूट चुका है। जबकि निफ्टी में 21 जनवरी को आए उच्चतम स्तर से ***** 05 अंकों की गिरावट आ चुकी है। अगर बात निवेशकों के नुकसान की करें तो 21 जनवरी से अब तक 10 लाख करोड़ रुपए का हो चुका है।
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बजट से पहले सेंसेक्स में गिरावट
- 21 जन से 31 जन 2020 तक 1040.55 अंकों की गिरावट।
- 24 जून से 4 जुलाई 2019 तक 785.10 अंकों की तेजी।
- 21 जन से 31 जन 2019 तक 795.36 अंकों की गिरावट।
- 22 जन से 30 जन 2018 तक 522.15 अंकों की तेजी।
- 23 जन से 30 जन 2017 तक 799.56 अंकों का इजाफा।
- 22 फरवरी से 26 फरवरी 2016 तक 634.49 अंकों की गिरावट।
- 23 फरवरी से 27 फरवरी 2015 तक11.29 अंकों की गिरावट।
- 1 जुलाई से 8 जुलाई 2014 तक 168.33 अंकों की तेजी।
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बजट से पहले निफ्टी 50 में गिरावट
- 20 जन से 31 जन 2020 तक 316.55 अंकों की गिरावट।
- 24 जून से 4 जुलाई 2019 तक 222.65 अंकों की तेजी।
- 21 जन से 31 जन 2019 तक 255.14 अंकों की गिरावट।
- 22 जन से 30 जन 2018 तक 154.95 अंकों का इजाफा।
- 23 जन से 30 जन 2017 तक 283.40 अंकों की तेजी।
- 22 फरवरी से 26 फरवरी 2016 तक 181 अंकों की गिरावट।
- 23 फरवरी से 27 फरवरी 2015 11 अंकों की तेजी।
- 1 जुलाई से 8 जुलाई 2014 तक 11.85 अंकों की तेजी।
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
शेयर बाजार के जानकार रजनीश खोसला कहते हैं कि शेयर बाजार अपने पीक पर पहुंचने के बाद करेक्शन मोड पर आ गया है। उन्होंने कहा बाजार के पीक पहुंचने के बाद 10 फीसदी का करेक्शन आता है। आने वाले दिनों में इसमें और भी गिरावट देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सेंसेक्स 45 हजार और निफ्टी एक बार फिर से 12 हजार के अंकों तक गिर सकता है। बजट के बाद भी बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। अगर बीच में तेजी आती भी है तो इसका यह मतलब नहीं बाजार में फिर से फ्लो आ गया है।
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