कोलकाता। कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन से प्रभावित हुए किराना स्टोर अपने कारोबार को सुचारू बनाने के लिए डिजिटल की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। अपने ग्राहकों को बड़े-बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के कारण खो न दें, इसके लिए अधिकांश किराना स्टोर ने ऐसी प्रणाली तैयार की है, जिससे ग्राहक इंटरनेट या ऐप के माध्यम से सामान मंगवा और उसका भुगतान कर सकते हैं। ग्राहकों की बढ़ती दिलचस्पी के कारण पिछले कुछ महीनों में एक मिलियन से अधिक किराना स्टोर डिजिटल हो गए हैं और उनके स्टोर में ऑनलाइन भुगतान स्वीकार करने, ऑनलाइन ऑर्डर लेने और आपूर्ति करने, वस्तु सूची का प्रबंधन जैसी ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध हैं। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, बेंगलूरु, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद सहित देश के दस शहरों में किए गए स्नैपबिज के हालिया अध्ययन की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार देश में लगभग 75 प्रतिशत किराना स्टोर ऑनलाइन होने की दिशा में काम कर रहे हैं।
ग्राहकों की संख्या व होम डिलीवरी बढ़ी -
स्नैपबिज डिवाइसेज टेक्नोलॉजी फॉर लोकल किराना स्टोर अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार डिजिटलाइजेशन के कारण 80 फीसदी से अधिक किराना दुकानों के ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। उपभोक्ताओं के संपर्क रहित खरीदारी को प्राथमिकता देने की वजह से 2020 से होम डिलीवरी में भी वृद्धि हुई।
ऐप के इस्तेमाल से बना रहे पहुंच-
डिजिटल हो रहे किराना स्टोर अपने उपभोक्ताओं को तत्काल सेवा देने के लिए ऑनलाइन ऑर्डरिंग ऐप और डिजिटल भुगतान करने वाले ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कारण किराना दुकानों के पारिस्थितिकी तंत्र में बैंकिंग क्षेत्र की भूमिका बढ़ रही है, लेकिन क्रेडिट या डेबिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करने में कमी आ रही है।
वक्त के साथ आ रहे बदलाव -
&बदलते वक्त के साथ किराना दुकानें खुद को तेजी से बदल रही हैं। ऑनलाइन भुगतान, ऑर्डर लेने, आपूर्ति करने और वस्तु सूची का प्रबंधन जैसी ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं। ये सेवाएं उन्हें उन नए ग्राहकों को आसानी से प्राप्त करने में सक्षम बनाती हैं, जो कोरोना से संक्रमित होने से बचना चाहते हैं।
- प्रेम कुमार, संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, स्नैपबिज
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3e0XsQ2