Monday, May 31, 2021

भारत में 5जी टेक्नोलॉजी लागू करने के खिलाफ एक्ट्रेस जूही चावला ने दायरा किया मुकदमा

नई दिल्ली। बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस जूही चावला काफी लंबे समय से फिल्मों की दुनिया से दूर हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर अभिनेत्री खूब एक्टिव रहती हैं। साथ ही अक्सर देखा गया है कि वह अपने फैंस संग किसी ना किसी मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करती हुईं दिखाई देती हैं। एक बार फिर जूही का यही अंदाज देखने को मिल रहा है। दरअसल, एक्ट्रेस हानिकार रेडिएशन के खिलाफ लोगों को जागरुक करने का प्रयास कर रही हैं। डेंजर्स रेडिएशन को लेकर अब एक्ट्रेस ने कोर्ट का भी दरवाज़ा खटखटाया है। चलिए आपको बतातें हैं कि पूरा मामला है क्या।

5जी टेक्नोलॉजी के खिलाफ जूही ने उठाई आवाज़

दरअसल, जूही चावला ने भारत में 5जी टेक्नोलॉजी के लागू होने के खिलाफ एक याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दायर की है। जिसकी पहली सुनवाई आज यानी कि सोमवार को हो चुकी है। वहीं इस मामले में अब दूसरी सुनवाई 2 जून को होगी। जूही ने जो याचिका दायरा की है। इस याचिका में जूही ने मांग की है कि 5जी टेक्नोलॉजी को लागू करने से पहले इससे जुड़ी तमाम बातों पर अध्ययन ठीक से किया जाना चाहिए।

 

जिसके बाद ही भारत में इसे लागू किया जाना चाहिए। साथ ही जूही चावला ने अपनी याचिका में 5जी से पशु-पक्षियों, वनस्पतियों और पर्यावरण पर होने वाले नुकसान की ओर भी ध्यान की बात कही है।

 

 

देश में लागू करने से पहले टेक्नोलॉजी की हो जांच

जूही चावला ने एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा कि "वह उन्नती करने वाली तकनीकों के लागू होने के खिलाफ नहीं हैं। बल्कि जो नई टेक्नोलॉजी आ रही है पूरी दुनिया उसका लुफ्त उठा रही है। जूही कहती हैं कि अक्सर लोग इस तरह के जिवाइजों के इस्तेमाल को लेकर वह हमेशा से ही असमंजय की स्थिति में रहते हैं। देखा जाए तो अधिकतर वायरफ्री गैजेट्स और नेटवर्क सेल टावर्स से जुड़ी हमारी खुद की रीसर्च और अध्ययन से यह पुख्ता तौर पर चलता है कि इस तरह की रेडिएशन लोगों के हेल्थ और उनकी सुरक्षा के लिए बेहद नुकसानदायक है"

एकट्रेस के प्रवक्ता ने भी दिया स्टेटमेंट

5जी टेक्नोलॉजी के मुद्दे पर जूही चावला के प्रवक्ता ने अपने एक ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहा कि 5जी को भारत में लागू करने से पहले यह देखा बहुत जरुरी है कि RF रेडिएशन से मानव जाति, महिला, पुरुषों,बुजुर्गों,बच्चों, शिशुओं,जानवरों, जीव-जंतुओं, वनस्पतियों और पर्यावरण पर होने वाले प्रभावों को लेकर अच्छे से स्टडी की जानी चाहिए। साथ ही प्रवक्ता ने यह भी कहा कि 5जी को भारत में लाने से पहले यह भी सुनिचित कर लेना चाहिए कि वह आनेवाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित है भी या नहीं। जिसके बाद ही इसे भारत में लाना चाहिए।



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