नई दिल्ली। अनुज कपाड़िया को कैफे में देख पारितोष, वनराज और काव्या हैरान हो जाते हैं। मां की अनुज संग बढ़ती दोस्ती से पारितोष काफी परेशान है। पारितोष मां से कहता है कि उसे अनुज को खाना परोसने की क्या जरूरत थी। वो वेटर भी कह सकती थी। बातों ही बातों में पारितोष अनुज संग बदतमीजी कर डालता है। वहीं अनुज अनुपमा की डांस एकेडमी देखते हुए उसकी तस्वीर क्लिक कर लेता है। अनुपमा और अनुज की दोस्ती वनराज को रास नहीं आ रही है। वो मन ही मन तय करता है कि एक बार डील हो जाने के बाद वो अनुज से बस प्रोफेशनली रिश्ते रखेगा।
पारितोष ने की अनुज कपाड़ियां संग बदतमीजी
पारितोष अनुज कपाड़िया से बदतमीजी करता है। पारितोष अनुज कपाड़िया से कहता है कि डांस एकेडमी में बच्चे डांस सीख रहे होंगे। वो परेशान हो जाएंगे। पारितोष कहता है कि वो जगह का वीडियो बनाकर उन्हें दे देगा। पारितोष को अनुज तमीज से बात करने को कहता है। तभी पारितोष कहता है कि वो हर जगह घूसने की जरुरत नहीं है। पारितोष अनुज को जानें को कहता है। अनुज कहता है कि अगर वो कैफे से जाएगा तो उसके साथ कैफे की डील और लोगों की उम्मीदें भी जाएंगी। अनुज कहता है कि वो कैफे की जगह को नहीं खरीदेगा और ना ही किसी को खरीदने देगा। अनुपमा तोषो को डांट लगाती है।
अनुज और अनुपमा को साथ जल रहा है वनराज
अनुपमा अनुज कपाड़िया को अपनी डांस एकेडमी दिखाती है। अनुज अनुपमा को उदास देखकर उससे वजह पूछती है। अनुज अनुपमा की डांस एकेडमी देखता है। तभी उसे अनुपमा की तस्वीर देखता है और उसकी फोटो क्लिक कर लेता है। अनुज कहता है कि उसकी डांस एकेडमी काफी सुंदर है। अनुपमा बताती है कि ये सब उनके बच्चों ने किया है। वहीं दूसरी ओर वनराज सोचता है कि अनुपमा और अनुज इतनी देर तक साथ में क्या कर रहे हैं। काव्या कहती है कि वो दोस्त हैं दोनों के बीच काफी तरह की बातें होती है।
गिरने बचाया अनुपमा अनुज ने
डांस एकेडमी देखने के बाद अनुज जानें की बात करता है। जैसे ही अनुज कपाड़िया जाने लगता है उसका पैर जमीन पर रखे पायदान पर फंस जाता है और गिरने लगता है। अनुपमा अनुज को गिरने से बचाती है। अनुज को संभलाते हुए अनुपमा का भी बैलेंस बिगड़ने लगता है। अनुज और अनुपमा एक दूसरे को गिरने से संभालते हैं। दोनों ही एक दूसरे थैक्यूं बोलते हैं और हंसने लगते हैं। अनुपमा को देख वनराज कहता है कि एक बार डील हो जाए फिर वो अनुज कपाड़िया से प्रोफेशनल रिश्ते ही रखेंगे।
समर ने मांगी मां अनुपमा के लिए खास दुआ
नंदनी और समर आइसक्रीम खाते हुए मस्ती करते हैं। समर एक कपल को देखकर कहता है कि वो जब उनसे 4-5 दिन दूर था। तब उसे एहसास हुआ कि हर किसी को एक पार्टनर की जरूरत होती है। समर नंदनी को कहता है कि मां ने हर किसी को खुश रखा है। लेकिन उन्हें कभी प्यार नहीं मिला। पापा वनराज के होते हुए भी उन्हें कभी वो प्यार नहीं मिला। समर भगवान कान्हा से प्रार्थना करता है कि उसकी मां की जिंदगी में किसी को भेज दे।
अनुपमा के लिए उम्मीद देख घबराया अनुज कपाड़िया
अनुज काम कर रहा होता है। तभी अनुपमा आती है और उस पर प्यार बरसाने लगती है। अनुज अनुपमा से हलवा बनाने के लिए कहता है। अनुज कहता है कि वो हलावा उसे अपने हाथों से खिलाना पड़ेगा। अनुज और अनुपमा काफी नजदीक आ जाते हैं और इतनी देर में अनुज सोते हुए घबराते हुए उठता है। अनुज नींद से उठता है और जोरों से काका काका चिल्लाने लगता है। काका अनुज के पास आते हैं और पूछते हैं कि क्या हुआ। अनुज बताता है कि आज उसके सपने में अनुपमा आई थी। जो एक उम्मीद दे गई।
अनुज बताता है कि ये सपना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। उसे कोई उम्मीद अपनी जिंदगी में नहीं चाहिए। काका अनुज को खूब समझाते हैं कि वो अगर अनुपमा से अपने दिल की बात कह देगा तो क्या हो जाएगा। अनुज काका वहीं रोक देता है। अनुज कहता है कि अनुपमा अपने परिवार में काफी खुश है। जैसा चल रहा है बस वैसा ही चलने दे।
अनुपमा-अनुज की दोस्ती से परेशान पारितोष
अनुपमा बॉ का झूला ठीक कर रही होती है। बॉ कुछ नाराज़ दिखाई देती है। अनुपमा बॉ से पूछती है कि सब कुछ ठीक है। बॉ कहती है कि अभी तक सब ठीक हैं। भगवान करें आगे भी सब ठीक रहे। अनुपमा कहती है कि बॉ आगे भी सब ठीक होगा। तभी बाबू जी घर आते हैं और खुद के साथ काका और अनुज कपाड़िया को लेकर आते हैं। बाबू जी बताते हैं कि काका और अनुज मिठाई की दुकान पर थे। इसलिए वो उन्हें घर ले आए। अनुज को देख बॉ को अच्छा नहीं लगता है। वहीं अनुज कपाड़िया के हाथों में रखी जलेबियों में से चाशनी निकलने लगती है।
अनुज अनुपमा के साथ किचन में जलेबियों को रखने चला जाता है। वनराज-काव्या, किंचल और तोषो जॉगिंग करके वापस आ रहे होते कि वो किचन में अनुज और अनुपमा को साथ में देखते हैं। ये देख काव्या और किंचल काफी खुश हो जाते हैं, लेकिन वनराज और तोषो काफी गुस्सा हो जाते हैं। तोषो वनराज से कहता है कि वो मां को कुछ क्यों नहीं कहता है। वनराज कहता है कि ये उसकी मां की पर्सनल लाइफ है और अनुज उसका दोस्त है। तोषो कहता है कि वो तो कह सकता है।
( Precap- अनुज कपाड़िया अनुपमा के आइडिया को स्वीकार करता है और डील के पेपर्स उसके हाथों में थमाता है। अनुपमा पूछती है कि वो उसे नौकरी दे रहा है। अनुज कहता है कि वो उसे बराबरी का दर्जा दे रहा है। अनुज कपाड़िया की बात सुनकर अनुपमा काफी इमोशनल हो जाती है। वहीं दूसरी ओर वनराज अनुपमा से कहता है कि उसे ये डील मिलनी ही थी। क्योंकि अनुज का वो क्रश रह चुकी है। पुराना प्यार अब सामने आने लगा है। ये सुनकर अनुपमा गुस्से में वनराज पर चिल्लाती है। )
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