Sunday, October 17, 2021

अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद आम भारतीयों की पहुंच से दूर हो रहे सूखे मेवे

कोलकाता। इस बार बढ़ती कीमतों से सूखे मेवे त्योहारी सीजन में आम लोगों की पहुंच से दूर हो रहे हैं। पेशावरी हरा पिस्ता, अंजीर, बादाम, अखरोट गिरी सभी के दाम में उछाल है। दिवाली तक सूखे मेवों में तेजी रहने के आसार हैं। कीमतों में बढ़ोतरी का असर दिवाली के साथ सर्दी की दस्तक से पहले भी दिखेगा।

व्यापारियों का कहना है कि अफगानिस्तान से आने वाले सूखे मेवे में तेजी बनी है। कीमतों में उछाल है। बड़ा बाजार के जय हनुमान स्टोर के संचालक और थोक विक्रेता राजेन्द्र कुमार अग्रवाल ने शनिवार को पत्रिका से बातचीत में कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा और कोरोना महामारी के कारण इस साल त्योहारी सीजन में ड्राई फ्रूट्स के दाम में उछाल है। माल कम खपत ज्यादा होने से भाव चढ़ा है लेकिन परेशानी जैसी बात नहीं। बाजार में विकल्प हैं। यह अस्थायी है। इसके अलावा अमरीका से बादाम और पिस्ता का आयात प्रभावित होने से त्योहारी सीजन में खासकर दिवाली तक सूखे मेवे महंगे हो सकते हैं। जबकि अमरीकन बादाम और अखरोट गिरी के अलावा अफ्रीका और भारत के विभिन्न प्रदेशों से आने वाले काजू, किशमिश आदि लोगों का पसंदीदा है। ये जरूरत पूरी कर देंगे। अग्रवाल ने कहा कि काजू का भाव अधिक नहीं चढ़ेगा क्योंकि काजू की ज्यादातर मांग देश के उत्पादन से ही पूरी होती है। हालांकि वाया पाकिस्तान माल अफगानिस्तान से आ रहा है। पर मुनक्का, किशमिश, अंजीर, नोजा, खजूर, पिस्ता ऐसे सूखे मेवे हैं जो सीधे अफगानिस्तान से आते हैं। इनके दाम सीधे दोगुने हो गए।

इनका कहना है-
सूखे मेवों के थोक व्यापारियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने वाली कंपनी ट्रेडब्रिज के परिचालन प्रमुख स्वप्निल खैरनार के अनुसार अफगानिस्तान की घटना और अमरीका आमद घटने से सूखे मेवों में तेजी आई। अधिकांश बादाम अमरीका से आयात होता है जबकि अंजीर अफगानिस्तान से आता है। किशमिश की आधी घरेलू मांग अफगानिस्तान से पूरी होती है।

ये हैं दाम -
मेवा -अभी -पहले
किशमिश -660 -350 से 400
पिस्ता -2050 - 950
बादाम -760 -470



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