नई दिल्ली: बॉलीवुड के उम्दा कलाकार सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput Death) की मौत के बाद से ही फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म (Nepotism In Bollywood) का मुद्दा गर्मा गया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर लोग स्टार किड्स का बायकॉट कर रहे हैं और साथ ही उन प्रोड्यूसर्स का भी बहिष्कार कर रहे हैं जो सिर्फ स्टार किड्स के साथ काम करते हैं। नेपोटिज्म पर कई सेलेब्स ने अपने विचार रखे हैं और अब मशहूर गीतकार जावेद अख़्तर (Javed Akhtar) के बेटे और एक्टर फरहान अख़्तर (Farhan Akhtar) ने भी इस मामले में अपनी बात कही है। उनका मानना है कि माता-पिता के बहुत मेहनत के बाद ही उनके बच्चों को फायदा मिलता है तो उसमें बुराई नहीं है।
दरअसल, इंडिया टुडे से हुई बातचीत में फरहान ने नेपोटिज्म (Farhan Akhtar On Nepotism) पर अपना पक्ष रखा। फरहान ने माना कि इंडस्ट्री में स्टार किड होने का काफी फायदा मिलता है और फिल्म निर्माताओं तक पहुंचने में शुरुआती मदद मिलती है। फरहान ने आगे कहा कि 'हमारी इंडस्ट्री सफलता और असफलता के तराजू पर चलती है। अगर आप पूछेंगे कि क्या जो लोग फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते हैं, क्या उन्हें कोई फायदा मिलता है। तो मैं कहूंगा- बिल्कुल मिलता है। क्या उन्हें आसानी से काम मिल जाता है। मैं बोलूंगा बिल्कुल मिल जाता है।'
इसके साथ-साथ फरहान ने कहा कि 'लेकिन इसमें बुरी चीज क्या है। माता-पिता की कड़ी मेहनत के बाद उनके बच्चों को फायदा मिलता है। हर माता-पिता अपने बच्चे की मदद करना चाहते हैं। फरहान ने आगे कहा कि बॉलीवुड में हर ऑउटसाइडर के साथ बुरा बर्ताव नहीं किया जाता है। जो टैलेंटेड होता है, वो ही सफलता हासिल करता है।'
आपको बता दें कि सुशांत के निधन के बाद फरहान खान ने उनको एक कविता (Farhan Poem For Sushant) के जरिए श्रद्धाजंलि दी थी। उन्होंने लिखा था, ‘सो जाओ मेरे भाई, सो जाओ। गिद्धों को इकट्ठा होने दो और मगरमच्छों को रोने दो। कलाकारों को सर्कस करने दो, धोखा देना, बिगड़ना, झुको और उछलो तीर्थ को ऊंचा उठने दो, अंधेरा होने दो, मनुष्यों के दिलों में गहराई आती है, मेरे भाई सो जाओ। भगवान तुम्हारी आत्मा को शांति दे सुशांत।'
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