बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान ( Bollywood famous choreographer Saroj Khan died) का गुरुवार देर रात मुंबई में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि कार्डियक अरेस्ट (Cardiac arrest) से उनकी मौत हुई। सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत के बाद उन्हें बांद्रा के एक अस्पताल में भर्ती ( admitted to hospital) कराया गया था। उनका कोविड-19 ( Kovid-19) परीक्षण भी कराया गया था, लेकिन टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई थी। सरोज खान 71 साल की थीं। उन्होंने कई फिल्मों के लोकप्रिय गानों को कोरियोग्राफ किया था। उन्हें सब प्यार से मास्टर जी कह कर बुलाते थे। 22 नवंबर, 1948 को जन्मीं सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल (Saroj Khan real name is Nirmala Nagpal ) है। सरोज खान ने सिर्फ तीन साल की उम्र से ही बाल कलाकार के रूप में फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उनकी पहली फिल्म 'नजराना' ( Nazrna ) थी जिसमें उन्होंने श्यामा नाम की बच्ची का किरदार निभाया था।
फिल्म 'नगीना' से चमकी किस्मत
सरोज खान ने वर्ष 1974 में प्रदर्शित फिल्म ‘गीता मेरा नाम’ से स्वतंत्र कोरियोग्राफर के तौर पर काम करना शुरू किया। वर्ष 1986 में प्रदर्शित फिल्म ‘नगीना’ उनके सिने कॅरियर के लिये अहम फिल्म साबित हुई। इस फिल्म में सरोज ने श्रीदेवी को ‘मैं तेरी दुश्मन गाने’ के लिए कोरियोग्राफ किया, जो काफी हिट साबित हुआ और इसी गाने की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने अपनी पहचान बनायी। इसके बाद सरोज खान ने वर्ष 1987 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म 'मिस्टर इंडिया' के गाने 'हवा-हवाई' और 'काटे नहीं कटते दिन ये रात' में एक बार फिर श्रीदेवी को कोरियोग्राफ किया जो बेहद पसंद किया गया।
2 हजार से ज्यादा गानों को किया कोरियोग्राफ
सरोज खान ने बॉलीवुड में दो हजार से ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया। वर्ष 1988 में प्रदर्शित फिल्म 'तेजाब' में माधुरी दीक्षित पर फिल्माये सुपरहिहट डांस नंबर 'एक दो तीन' को सरोज खान ने कोरियोगाफ किया। उनकी जोड़ी श्रीदेवी और बाद में माधुरी दीक्षित के साथ काफी जमी। बॉलीवुड मे शायद ही ऐसा कोई बड़ा स्टार हो जिसे सरोज ने डांस ना कराया हो। हर किसी को अपनी ताल पर नचाने वाली सरोज आज पूरे देश में डांस मास्टर के नाम से जानी जाती है।
8 बार सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजी गई
सरोज खान अपने सिने कॅरियर के दौरान आठ बार सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजी गई। उन्हें 'तेजाब', 'चालबाज','सैलाब', 'बेटा', 'खलनायक', 'हम दिल दे चुके सनम', 'देवदास' और 'गुरु' के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार दिये गये। इसके अलावा सरोज खान को फिल्म 'देवदास' ,'श्रंगारम' और 'जब वी मेट' के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। सरोज खान अमेरिकन कोरियोग्राफी अवॉर्ड भी जीत चुकी हैं। वह कई रियलिटी शोज़ में जज के तौर पर दिखाई दी जिनमें 'नच बलिए', 'उस्तादों के उस्ताद', 'नचले विद सरोज खान', 'बूगी-वूगी' शामिल हैं।
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