Monday, May 10, 2021

आसमान पर पहुंचे लोहे के दाम, एक कमरे की कंसट्रक्शन कॉस्ट में 30 फीसदी का इजाफा

नई दिल्ली। आयरन ओर यानी कच्चे लोहे के दाम इंटरनेशनल मार्केट में आसमान पर पहुंच गए हैं। जिसका असर भारत में भी साफ देखने को मिल रहा है। दो महीने में भारत में सरिए के दाम 20 से 25 फीसदी तक बढ़ गए हैं। लोहे के साथ-साथ कंस्ट्रक्शन से जुड़ी और भी आइटम की कीमत में इजाफा देखने को मिल रहा है। लोहे के अलावा, सीमेंट, बदरपुर और रोड़ी की कीमत में भी 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जानकारों की मानें तो लोहे की कीमत में इजाफे की वजह से एक कमरे की कॉस्ट में 30 फीसदी का तक का इजाफा हो गया है। आइए आपको भी बताते हैं कि लोहे की कीमत में इजाफा होने से आपके आशियाने के निर्माण में कितना खर्च बढ़ गया है।

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आसमान पर पहुंचे लोहे के दाम
लोहा एक बार फिर से आसमान पर पहुंच गया है। इंटरनेशनल मार्केट में आयरन ओर 230.56 डॉलर प्रति टन के साथ अपने ऑलटाइम हाइ पर पहुंच गया है। जानकारों की मानें तो इंटरनेशनल लेवल पर इकोनॉमिक रिकवरी और अमरीका में रोजगार के बेहतर आंकड़ों और चीन की ओर से बढ़ती डिमांड के साथ सप्लाई में कमी के बीच बीते कुछ समय में लोह अयस्क यानी आयरन ओर की कीमत में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। जानकारों की मानें तो आने वाले समय में लोहे की कीमत में और ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है।

भारत में कितने हुए लोहे के दाम
अगर बात भारत की करें तो दो महीने में लोहे के सरिए के दाम में 20 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। जानकारी के अनुसार फरवरी के महीने में जो लोहे का सरिया 55 रुपए प्रति किलो मिल रहा था, वहीं अब वही लोहा 75 रुपए प्रति किलो पर आ गया है। दिसंबर 2020 के महीने में भी लोहे की कीमत में इजाफा देखने को मिला था। जिसके बाद लोहे की कीमत में गिरावट आ गई थी। अब एक बार फिर से लोहे की कीमत में तेजी ने आम लोगों की भी मुश्किल को बढ़ा दिया है।

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निर्माण सामग्रियों की कीमत में इजाफा
लोहे के साथ सीमेंट और बदरपुर के दाम में भी इजाफा देखने को मिला है। आंकड़ों की मानें तो दो महीने पहले सीमेंट का कट्टा 320 रुपए का था जो मौजूदा समय में 400 रुपए पर आ गया है। वहीं दूसरी ओर बदरपुर के दाम में 10 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है। साथ ही रेत और बालू के दाम में भी 10 से 15 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। कोविड काल में लेबर कॉस्ट में भी 20 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी हैै। मतलब साफ है कि लोहे की कीमत में इजाफा होने से कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में इजाफा हो गया है।

एक कमरे की कॉस्ट में 30 फीसदी का इजाफा
मान लीजिए दो महीने पहले 10*10 के कमरे के कॉस्ट में एक लाख रुपए का खर्च आता है तो मौजूदा समय में 30 फीसदी का इजाफा हो चुका है। लोहे की कीमत में इजाफा, सीमेंट, बदरपुर और रेत और बालू की कीमत में तेजी आने से अब इस एक कमरे को बनाने मे 1.30 लाख रुपए खर्च होंगे। यानी दो महीने में एक कमरे कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में 30 हजार रुपए का इजाफा हो जाएगा।

क्या कहते हैं जानकार
आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट ( कमोडिटी एंड करेंसी ) अनुज गुप्ता ने कहा कि सप्लाई कम और डिमांड ज्यादा होने के कारण आयरन ओर की कीमत में तेजी देखने को मिल रही है। जिसका असर सरिया, सीमेंट और बाकी कंस्ट्रक्शन से जुड़े सामन की कीमत में देखने को मिल रहा है। रियल एस्टेट से जुड़े एक्सपर्ट रिषी सिंह ने बताया कि लोहे की कीमत बिल्डर के कंस्ट्रक्शन को कॉस्ट को बढ़ा दिया है। जिसकी वजह से फ्लैट की कीमत में 500 रुपए से 1000 रुपए स्क्वायर फीट तक दाम बढ़ गए हैं।



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