Saturday, May 22, 2021

राहत : सस्ता होगा खाने का तेल, केंद्र घटा सकता है एग्री सेस

नई दिल्ली। खाने के तेल का भाव आसमान छू रहा है। ऐसे में कीमत पर लगाम कसने के लिए सरकार इसके आयात पर लगने वाले एग्री सेस को घटा सकती है। सरकार क्रूड पॉम ऑयल (ताड़ का तेल), सनफ्लॉवर (सूरजमुखी) और सोया ऑयल के आयात पर लगने वाले एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डवलपमेंट सेस को घटा सकती है। इससे कीमत में गिरावट आएगी और आम जनता को थोड़ी राहत मिलेगी। तेल का भाव इस समय पिछले पांच सालों के उच्चतम स्तर पर है। एग्रीकल्चर इंफ्रा को डवलप करने के मकसद से सरकार ने बजट साल 2020 में एग्री सेस को शुरू किया था। इस समय पाम ऑयल पर एग्री सेस 17.50 फीसदी और सूरजमुखी एवं सोयाबीन तेल पर 20 फीसदी है।

60% एडिबल ऑयल आयात-
भारत अपनी जरूरत का 60 फीसदी एडिबल ऑयल आयात करता है। हर साल करीब 75000 करोड़ रुपए का एडिबल ऑयल इंपोर्ट किया जाता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक साल में खाने के तेल की कीमत में 55.5५ फीसदी की तेजी आई है। फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे ने पिछले दिनों कहा था कि केंद्र सरकार तेल की बढ़ती कीमत पर लगातार नजर बनाए हुए है।

वनस्पति तेल 140 रुपए किलो -
रिपोर्ट के मुताबिक, रिटेल में वनस्पति तेल की कीमत 140 रुपए के पार पहुंच गई है। पिछले साल मई के पहले सप्ताह में यह 90 रुपए के स्तर पर थी। पाम ऑयल की बात करें तो पिछले एक साल में इसमें 52 फीसदी की तेजी आई है। पिछले साल मई के पहले सप्ताह में इसका भाव 87 रुपए था, जो बढ़कर 133 रुपए पर पहुंच गया।

सोयाबीन तेल में 37 फीसदी की तेजी-
सोयाबीन तेल 105 रुपए से 133 रुपए पर पहुंच गया है। मस्टर्ड ऑयल में 49% की तेजी आई है और यह 110 रुपए के मुकाबले 164 रुपए के स्तर पर पहुंच चुका है। सोयाबीन तेल की कीमत 37% की तेजी के साथ 133 रुपए के स्तर पर पहुंच गई है। मूंगफली तेल में 38% का उछाल आया है और यह 130 रुपए के मुकाबले 180 रुपए पर पहुंच चुका है।



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