नई दिल्ली । कई सेक्टर के कर्मचारी लंबे समय से घर से काम कर रहे हैं। इस दौरान आइटी कंपनियों ने अच्छी कमाई की है। कई कंपनियों ने लंबे समय घर से काम करने की घोषणा भी कर दी है। एक सर्वे के मुताबिक, करीब 40 फीसदी नियोक्ता चाहते हैं कि उनके कर्मचारी परमानेंट वर्क फ्रॉम होम करें।
मैनपावर ग्रुप एंप्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे के अनुसार, अगले तीन महीनों के लिए कमोबेश स्थिर भर्ती (हायरिंग) योजना का संकेत दिया है। सर्वे में यह भी दावा किया गया है कि कोविड के दूसरे चरण के 3 महीने बाद तक तो कम से कम स्थिति यही रहने वाली है।
इन सेक्टर्स में मिलेगी नौकरी-
जिन क्षेत्रों में नौकरी के बाजार का नेतृत्व करने की संभावना है, उनमें परिवहन और यूटिलिटी के बाद सेवा क्षेत्र शामिल है। मध्यम आकार के संगठनों में सबसे मजबूत हायरिंग गति दर्ज की गई है। इसके बाद बड़े संगठन क्रमश: 8 प्लसत्न और 6 प्लस प्रतिशत के मौसमी रूप से समायोजित दृष्टिकोण के साथ हैं।
जून अंत तक सुधार दिखने की उम्मीद-
सर्वेक्षण में 46 प्रतिशत कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि उन्हें नियमित रूप से काम पर रखने की संभावना कब होगी। केवल 3 प्रतिशत ने भर्ती के पूर्व महामारी के स्तर पर वापस जाने की उम्मीद नहीं जताई है। जिन लोगों को भर्ती में वृद्धि की उम्मीद है, उनमें 54 प्रतिशत ने उम्मीद जताई कि वे जून तक काम पर रख लिए जाएंगे। ज्यादातर का मानना है कि हालात जल्द सुधर जाएंगे।
इन क्षेत्रों में बढ़ सकती है हायरिंग-
कुल 40त्न उत्तरदाताओं को अपने कर्मचारियों के लिए घर से पूर्णकालिक काम करने की उम्मीद है, जबकि 38त्न लचीला काम करना चाहते हैं। 51% की सबसे बड़ी चिंता यह है कि क्या कर्मचारी कुशलता से सहयोग कर पाएंगे। सबसे मजबूत भर्ती संभावनाएं दक्षिण में बताई गई हैं, जहां शुद्ध रोजगार दृष्टिकोण 6 प्लस प्रतिशत है। पश्चिम में हायरिंग की संभावना 4% और उत्तर में 2% है।
हायरिंग सेंटिमेंट अपेक्षाकृत स्थिर-
03 महीने तक रहने वाली है वर्क फ्रॉम होम की स्थिति अभी
46% को नहीं पता कि वे नियमित कब होंगे
54% को जून तक काम पर रखने की है उम्मीद
38% कंपनियां चाहती हैं मन के मुताबिक ढलने वाले कर्मचारी
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