लॉकडाउन ( lockdown ) के बाद शूटिंग के फिर से शुरू होने से संबंधित मुद्दों को फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज ( Federation of Western India Cine Employees ) (एफडब्ल्यूआईसीई) (FWICE), सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ( Cine and TV Artists Association ) (सीआईएनटीएए) (CINTA) और इंडियन फिल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर्स काउंसिल ( Indian Film and TV Producers Council) (आईएफटीपीसी) (IFTPC) ने सुलझा लिया है। शूटिंग शुरू करने का आखिरी दिन मंगलवार तय किया गया था, लेकिन हालिया रपटों के मुताबिक, एफडब्ल्यूआईसीई और सीआईएनटीएए ने शूटिंग रद्द करने का आह्वान किया था क्योंकि आईएफटीपीसी (IFTPC) ने आठ घंटे की शिफ्ट में काम करने और श्रमिकों को 50 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करने की उनकी मांगों को पूरा नहीं किया था। हालांकि आईएफटीपीसी (IFTPC), एफडब्ल्यूआईसीई ( FWICE ), सीआईएनटीएए ( CINTAA ) के बीच बुधवार को हुई एक वर्चुअल बैठक के दौरान मुद्दों पर चर्चा की गई।
आईएफटीपीसी ने कास्ट और क्रू टीम को कोविड-19 की वजह से मौत होने पर 25 लाख का बीमा कवर और संक्रमण होने पर अस्पताल में भर्ती होने पर 2 लाख का बीमा कवरेज के दो सेट्स प्रदान करने पर सहमति जताई है। इसके साथ ही बीमा के अलावा आईएफटीपीसी ने यह भी आश्वासन दिया है कि कास्ट और क्रू की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार हर सावधानी का अत्यंत ध्यान रखा जाएगा। वहीं कास्ट और क्रू टीम के लिए क्रेडिट की अवधि को शुरूआती तीन महिनों के लिए 90 दिन से घटाकर 30 दिन करने का निर्णय भी लिया गया है। आईएफटीपीसी, सीआईएनटीएए, एफडब्ल्यूआईसीई और प्रसारकों ने शूटिंग जल्द शुरू होने की घोषणा की है।
गोवा में गर्भवती महिलाओं के फिल्मों की शूटिंग करने पर प्रतिबंध
गोवा में एक नोडल राज्य सरकार की ओर से जारी नए एसओपी नियमों के हिस्से के रूप में गोवा में शूटिंग के लिए फिल्म क्रू सदस्यों के लिए आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करना अनिवार्य कर दिया गया है, यहां तक कि राज्य में गर्भवती महिलाओं के शूटिंग करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। राज्य सरकार का निकाय एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा द्वारा यह एसओपी जारी किया गया है, जो राज्य में फिल्म शूटिंग के लिए अनुमति देने और मानदंडों को लागू करने के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में काम करता है। इसमें यह भी कहा गया है कि राज्य में सभी फिल्म शूट के लिए एक ऑनसाइड कोविड-19 हेल्प डेस्क होना चाहिए।
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