नई दिल्ली | अनुपमा बेहोश हो जाती है और वनराज उसे संभालता है। तभी काव्या आ जाती है और वो भी मदद करती है। अनुपमा को थोड़ी देर बाद होश आता है और वो कहती है कि उसे ही फोन कर रही थी। लेकिन काव्या उससे आराम करने को कहती है। नर्स आती है और कहती है कि अनुपमा का उसे चेकअप करना है। अनुपमा एक बार फिर अपना गुस्सा निकालती है और कहती है कि हर किसी को वनराज की चिंता है और उसे किसी की कोई फिक्र नहीं है। वो बा, बापूजी और काव्या के लिए भी फिक्रमंद नहीं है। नंदिनी उसे थोड़ा शांत रहने को कहती है। नंदिनी कहती है कि वो भले ही रॉकस्टार हो लेकिन वो भी थक जाते हैं। अनुपमा का उसका शुक्रिया करती है।
काव्या ने दी वनराज को चेतावनी
वनराज काव्या से पूछता है कि वो यहां क्यों आई है। काव्या कहती है कि अगर उसके पास कुछ कहने के लिए नहीं है तो कम से कम सवाल पूछकर बेइज्जती ना करे। काव्या कहती है कि उसे पता है अनुपमा की ऐसी हालत देखकर क्या हुआ होगा। वनराज उसे बस एक ऑप्शन मानता है लेकिन उसने एक इंसान से प्यार किया है किसी टेनिस बॉल से नहीं जो इधर से उधर होती रहे। काव्या वनराज को खरी-खोटी सुनाती है और कहती है कि उसके कारण वो और अनुपमा परेशान हो रहे हैं।
काव्या को आया वनराज पर गुस्सा
नंदिनी काव्या से पूछती है कि वो ठीक है। वो कहती है कि पिछले आठ सालों वो वनराज और अनुपमा के बीच फंसी हुई है। उसके पास अपना खुद का घर तक नहीं है, उसे नहीं पता वो कहां जाए और क्या करे। काव्या कहती है कि उसने सिर्फ वनराज को अपनी जिंदगी में मांगा लेकिन वो ही नहीं है। पहले वो एक आत्मनिर्भर और स्ट्रॉन्ग गर्ल हुआ करती थी अब वो हर किसी पर चिल्लाती रहती है और वनराज के पीछे एक कठपुतली की तरह भागती रहती है।
काव्या और अनुपमा आए करीब
काव्या अनुपमा के कमरे में जाती है। अनुपमा पूछती है कि क्या उसने वनराज से बात की। काव्या कहती हैं हां। अनुपमा कहती है कि आज भी वनराज के पास कोई जवाब नहीं है। काव्या अनुपमा से माफी भी मांगती है और कहती है कि वो भी वनराज के कारण इतनी परेशान है। वो कहती है कि उसकी तो अरेंज्ड मैरिज थी लेकिन उसने तो वनराज को खुद से चुना और उसके नखरों से परेशान हो गई है।
समर ने वनराज से की बात
समर वनराज को फोन करके अनुपमा के बारे में पूछता है। वो कहता है कि उन्हें मम्मी से बात करनी चाहिए। समर कहता है कि वो मम्मी का दर्द नहीं समझेंगे। वनराज सोचता है कि हर किसी को अनुपमा की चिंता है लेकिन कोई उसे नहीं समझ रहा है।
अनुपमा और काव्या हैं वनराज से परेशान
अनुपमा काव्या को थोड़ा शांत होने को कहती है। काव्या कहती है कि अगर वो पहले कहीं मिले होते तो दोस्त हो सकते थे। अनुपमा कहती है कि उसने उसे अपना दोस्त ही माना था। काव्या और अनुपमा अपनी परेशानियां एक दूसरे से साझा करती हैं और वनराज को दोषी बताती हैं।
(Precap - नर्स अनुपमा की मेडिकल रिपोर्ट अद्वैत को देती है। अनुपमा परिवारवालों से कहती है कि अगर कुछ छोटा भी होगा तो उसे ये लोग बड़ा बना देंगे। अद्वैत वनराज को बताता है कि अनुपमा की ओवरी में ट्यूमर है। समर उनकी बाते सुन लेता है और परेशान होकर अनुपमा के कमरे में जाता है। वनराज उसे रोकने के लिए उसके पीछे जाता है।)
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3aHHoA3