नई दिल्ली। 1 सितंबर (1 September) यानि आज से देश में कई नई व्यवस्थाएं लागू हुई हैं। जिनमें जीएसटी (GST) भुगतान में शुल्क, गैस के दामों में बदलाव एवं लोन मोरेटोरियम पर छूट की अंतिम तारीख समेत कई अन्य चीजें शामिल हैं। हालांकि मेरोटोरियम (Moratorium) की समय सीमा को अगले दो साल तक बढ़ाए जाने के आसार लग रहे हैं। मगर इसी बीच देश की दूसरी सबसे बड़े बैंक PNB ने कर्ज के रेपो से जुड़ी ब्याज दर (RLLR) में बढ़ोत्तरी की है। ये नियम आज से लागू हो गया है। इससे होम एवं ऑटो लोन महंगा हो गया है।
पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने कर्ज के लिए RLLR को 6.65 प्रतिशत से बढ़कर 6.80 फीसद कर दिया है। चूंकि इसमें आवास, शिक्षा, वाहन, सूक्ष्म और लघु उद्योगों को दिए जाने वाले सभी नए ऋण शामिल है इसलिए रेपो रेट में बदलाव के चलते लोन के लिए आपको ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ सकती है। पीएनबी ने अपनी आधार दर में भी बदलाव किए हैं। जिसके तहत इसे 0.10 प्रतिशत घटाकर 8.90 प्रतिशत कर दिया है।
पिछले हफ्ते पीएनबी की ओर से हुई एक बैठक में बताया गया कि बैंक की ओर से जून तक कुल 7.21 लाख करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया है। इसमें एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) को 1.27 लाख करोड़ रुपए दिए गए हैं। जबकि 14 प्रतिशत एनपीए है। अनुमान है कि करीब 5 से 6 प्रतिशत कर्ज पुनर्गठित करने लायक होंगे। पीएनबी की ओर से यह भी बताया गया कि सौ करोड़ रुपए से अधिक के कर्जों के मामले में आरबीआई ने के वी कामत समिति का गठन किया है। समिति की सिफारिशों का अध्ययन करने के बाद छह सितंबर तककर्ज पुनर्गठन के नियम अधिसूचित कर दिए जाएंगे।
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