नई दिल्ली। आने वाले त्योहारी सीजन में आम लोगों को सब्जियों के साथ दालों पर भी महंगाई ( Inflation on Pulse Price ) का सामना करना पड़ सकता है। यह महंगाई 5 रुपए से 8 रुपए प्रति किलो की देखने को मिल सकती है। वहीं आने वाले दिनों में मांग के मुकाबले सप्लाई कम ( Pulse Supply ) होने की भी संभावना बनी हुई है। ऐसे में कीमतों में और इजाफा देखने को मिल सकता है। जानकारों की मानें तो बीते दो सालों में मांग के मुकाबले उत्पादन में कमी देखने को मिली है और आयात कोटे के मुकाबले लाइसेंस भी जारी करने में देरी हो रही है जिसकी वजह से दालों की कीमत में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं जानकार खराब मौसम को भी कीमतों में तेजी की वजह से बता रहे हैं।
एक महीने में कितनी बढ़ी दालों पर महंगाई
बात बीते एक एक महीने की करें तो प्रमुख दालों की कीमत में 500 रुपए से लेकर 800 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा देखने को मिला है। उड़द की दाल की कीमत में 500 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी देखने को मिली है, वहीं तुअर की दाल में 600 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा देखने को मिला है। मूंग की दाम की कीमत में 800 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्घि हुई है। चने भाव में पिछले एक हफ्ते में 500 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिली है। ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के प्रेसीडेंट सुरेश अग्रवाल की मानें तो तुअर और मूंग की दाल को आयात करने के लाइसेंस के लिए करीब 3,000 आवेदन हुए हैं। सरकार की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। मांग के अनुसार साप्लाई कम होने के कारण फेस्टिव सीजन में दालों की कीमत में और तेजी देखने को मिल सकती है।
कितनी हो गई दालों की कीमत
दाल | मौजूदा दाम ( रुपए प्रति क्विंटल में ) | जुलाई में दाम ( रुपए प्रति क्विंटल में ) |
उड़द | 6,200 | 5,700 |
तुअर | 5,300 | 4,700 |
मूंग | 6,300 | 5,500 |
चना | 4,800 | 4,300 |
प्रोसेस्ड दाल की भी कीमत में इजाफा
दाल | मौजूदा दाम ( रुपए प्रति किलो में ) |
तुअर | 100-120 |
उड़द | 120-130 |
मूंग | 130 |
चना | 90-110 |
देश में दालों के उत्पादन की स्थिति
कंजंप्शन के मुकाबले डॉमेस्टिक सप्लाई कम होने से कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। मौजूदा समय में दालों का एनुअल कंजंप्शन 240 लाख टन के करीब है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार फसल वर्ष 2019-20 यानी जुलाई 2019 से जून 2020 में सभी दालों का कुल उत्पादन 230.01 लाख टन था, जबकि 2018-19 में प्रोडक्शन 220.8 लाख टन देखने को मिला था। 2017-18 में दालों का रिकॉर्ड प्रोडक्शन 254.42 लाख टन देखने को मिला था।
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