Friday, September 4, 2020

सबसे धाकड़ कप्तान थे Saurav Ganguly, भारत को सिखाया विदेशों में जीतने के गुर

नई दिल्ली। सौरव गांगुली (Saurav Ganguly) भारतीय क्रिकेट टीम के ऐसे पूर्व कप्तान रहे हैं, जिन्होंने टीम को विदेशों में भी जीतने का हुनर सिखाया है। गांगुली को 'दादा' के नाम से भी पुकारा जाता है। टीम इंडिया ने दादा की धाकड़ कप्तानी में कई जीत हासिल कीं। साथ ही दुनियाभर में भारतीय टीम का दबदबा कायम किया। भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में इस कप्तान का योगदान काफी अहम रहा है।

चयनकर्ताओं में उनमें कप्तानी के गुण दिखाई दिए

1996 में लॉर्ड्स टेस्ट से अपने इंटरनेशनल करियर शुरूआत करने वाले गांगुली ने डेब्यू टेस्ट में सेंचुरी मारी थी। यहीं से उन्हें अपनी पहचान मिली। चयनकर्ताओं में उनमें कप्तानी के गुण दिखाई दिए। टीम इंडिया ने सौरव गांगुली की कप्तानी में 20 से अधिक टेस्ट मैचों पर जीत दर्ज की है। उनकी कप्तानी में भारत ने 21 टेस्ट जीते थे। मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारत ने 14 टेस्ट मैच पर जीत हासिल की। गांगुली के इस रिकॉर्ड पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तोड़ा। धोनी की कप्तानी में टीम ने 27 टेस्ट मैच पर विजय हासिल की।

6 हजार रन पूरे किए

गांगुली वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 6 हजार रन पूरा करने के मामले में पांचवें स्थान पर हैं। उन्होंने ये 147 वनडे पारियां खेलकर बनाई हैं। इस सूची में सबसे ऊपर साउथ अफ्रीकी दिग्गज हाशिम अमला हैं। जिन्होंने 123 पारियों में यह कारनामा कर दिखाया था।

263 वनडे पारियां खेलीं

गांगुली वनडे क्रिकेट में सबसे तेज दस हजार रन पूरे करने के मामले तीसरे स्थान पर रहे। गांगुली ने 10 हजार वनडे रन के लिए 263 वनडे पारियां खेलीं। उनसे आगे मास्ट ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और वर्तमान कप्तान विराट कोहली हैं। सचिन ने 259 तो कोहली ने 205 पारियों में यह कारनाम किया है।

16 शतक और 35 अर्धशतक हैं

बाएं हाथ के बल्लेबाज सौरव गांगुली ने अपने किक्रेट करियर में 113 टेस्ट मैचों में 42.17 की औसत से 7212 रन बनाए हैं। इनमें से 16 शतक और 35 अर्धशतक हैं। वहीं 311 वनडे मैचों में उन्होंने 41.02 की औसत से 11363 रन का अंबार लगाया है। इस दौरान उन्होंने 22 शतक और 72 अर्धशतक भी लगाए हैं। गांगुली ने अपने दम पर टीम को ऐसे मुकाम पर पहुंचाया है जो देश ही नहीं, बल्कि देश के बाहर भी जीत का स्वाद चखना जानती थी। गांगुली की कप्तानी में ही टीम इंडिया 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची।

घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान क्रिकेट को छोड़ने की घोषणा

गांगुली ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले एक घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान क्रिकेट को छोड़ने की घोषणा की। वर्तमान में वह बीसीसीआई (BCCI) के 39 वें अध्यक्ष हैं। इससे पहले वे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष थे। गांगुली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम चैम्पियंस ट्रॉफी 2001 (श्रीलंका) और 2003 वर्ल्ड कप (दक्षिण अफ्रीका) में फाइनल में अपनी जगह बनाई। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 2002 की सीरीज में जीत हासिल की। यहां पर स्टेडियम की बालकनी में उन्होंने अपनी टीशर्ट को उताकर लहराया था।



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