Thursday, September 3, 2020

Vodafone Idea में इस कंपनी के साथ मिलकर बड़ा निवेश कर सकती है Amazon

नई दिल्ली। एजीआर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब वोडाफोन आइडिया ( vodafone idea ) वैश्विक निवेशकों की खोज में जुट गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी अजेजन ( Amazon ) और अमरीकी वायरलेस कंपनी वेरीजॉन वोडाफोन आइडिया में 30 हजार करोड़ रुपए का निवेश कर सकती है। अगर कंपनी को यह निवेश मिनला है तो वोडाफोन आइडिया को एक नई संजीवनी मिल जाएगी। मौजूदा समय में टेलीकॉम कंपनी बड़ी मुश्किलों का सामना कर रही है। एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज और 50 हजार करोड़ रुपए का एजीआर संबंधी बकाया कंपनी को काफी डुबा चुका है।

यह भी पढ़ेंः- होंडा ने CB 500 रेंज से उठाया पर्दा, CBR500F, CBR500X और CBR500R आई लोगों के सामने

अमेजन की नजरें इंडियन कंपनियों पर
जब से रिलायंस जियो में फेसबुक, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल आदि का निवेश आया है। तब से अमेजन की भी नजरें भारतीय कंपनियों पर निवेश को लेकर है,? ऐसे में वो भारतीय टेलीकॉम में निवेश का रास्ता खोजने में जुटी हुई है। वास्तव में फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट दोनों जियो के करीब 39 करोड़ कस्टमर का यूज अपना बिजनेस बढ़ाने में करेगी, वहीं जियोमार्ट फेसबुक का इस्तेमाल रीटेल बिजनस को बढ़ाने के लिए करेगी।

यह भी पढ़ेंः- ऊंचाई पर पहुंचकर 7 फीसदी फिसला Indiamart Share, जानिए इसकी वजह

सुप्रीम कोर्ट में चल रही थी सुनवाई
इंडियन रीटेल मार्केट में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए अमेज जैसी कंपनियां देश की टेलीकॉम कंपनियों में निवेश करने के लिए लगातार संपर्क कर रही थी, लेकिन एजीआर का मामला ज्यादा ही तुल पकड़े जाने की वजह से बातचीत में विराम लग गया का। अब सुप्रीम कोर्टने एजीआर का बकाया चुकाने के लिए सभी टेलीकॉम कंपनियों को 10 साल की मोहलत दी है। जिसके बाद से फिर से बातचवीत का सिलसिला शुरू हो गया है।

यह भी पढ़ेंः- चेस खेलने वाली फोटो पर क्यों ट्रोल हो गई मल्लिका शेहरावत, जानिए इसकी बड़ी वजह

वोडाफोन आइडिया पर कुल कितना कर्ज
वहीं दूसरी ओर वोडाफोन आइडिया को भी एक बड़े निवेश की जरुरत है। इसका कारण है कि इंडियन मार्केट में प्राइस वॉर के कारण अपने टैरिफ को बढ़ाना उसके लिए मुमकिन नहीं है। वहीं कम कीमतों में सर्वाइव करना मुश्किल हो रहा है। वहीं कुल एक लाख करोड़ से ज्यादा कर्ज और 50 हजार करोड़ रुपए का एजीआर संबंध बकाए का बोझ कंपनी को और ज्यादा डुबा रहा है। ऐसे में कंपनी भी वैश्विक निवेशकों की खोज में है। ताकि ज्यादा से ज्यादा फंड एकत्र कर अपने इस बोझ को कम कर सके। एक बार फिर से अपने पांव पर खड़ा हो सके।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3boGibq