नई दिल्ली। देश में चुनावी माहौल इस दौरान देश के नेता काफी अजीब वादे और बयान भी दे जाते हैं, लेकिन देश का केंद्रिय मंत्री अगर कुछ ऐसा बयान दे जो तथ्यात्मक रूप से गलत हो तो थोड़ा अजीब जरूर लगता है। यहां बात केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की हो रही है। उन्होंने 4 अप्रैल 2021 को एक न्यूज एजेंसी को बयान दिया कि 'पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतें अब कम होने लगी हैं और आने वाले दिनों में वे और कम हो जाएंगी। हमने पहले भी कहा था कि हम अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी का लाभ अंतिम ग्राहकों को ट्रांसफर करेंगे।'
अब इस बयान के बाद उस सच्चाई को देखते हैं, जो आम लोगों को काफी परेशान कर सकती है। बीते एक साल में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 22 रुपए महंगा हुआ है। जबकि 27 फरवरी 2021 के बाद पेट्रोल 60 पैसे सस्ता नहीं हुआ। जबकि कच्चे तेल में 1 महीने में 10 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। गैस सिलेंडर के दाम दिसंबर से मार्च तक 225 रुपए महंगा हुआ, जबकि एक अप्रैल को 10 रुपए सस्ता। आइए देखिए patrika.com की स्पेशल रिपोर्ट...
पेट्रोल ओर डीजल के दाम कितना हुआ सस्ता
यूनियन मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेट्रोल और डीजल सस्ता हुआ है। 27 फरवरी को देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम अपने पीक पर थे। पेट्रोल 91.17 रुपए प्रतिह लीटर था और डीजल 81.47 रुपए प्रति लीटर पर था। जबकि आज बीते 6 दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। 30 मार्च को पेट्रोल 90.56 और डीजल 80.87 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। यानी इस दौरान पेट्रोल 61 पैसे प्रति लीटर और डीजल 60 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ है। यानी पेट्रोल और डीजल की कीमत में 1 रुपए प्रति लीटर की गिरावट तक देखने को नहीं मिली है। जबकि 31 मार्च 2020 से 27 फरवरी तक पेट्रोल 22 रुपए और डीजल 19 रुपए महंगा हुआ था।
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इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत
यूनियन मिनिस्ट धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल सस्ता होने का फायदा आम लोगों को दिया जाएगा। अब जरा इसे भी देख लेते हैं। इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 64 डॉलर प्रति बैरल पर हैं। जबकि करीब एक से डेढ़ महीना पहले ब्रेंट क्रूड के दाम 70 डॉलर प्रति बैरल के पार चले गए थे। यानी इस दौरान कच्चे तेल के दाम 10 फीसदी तक कम हो चुके हैं। कुछ ऐसा अमरीकी ऑयल डब्ल्यूटीआई में भी देखने को मिला है। उसमें भी इस दौरान 10 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल चुकी है।
कितना सस्ता होना चाहिए था पेट्रोल और डीजल
जानकारों की मानें तो बीते एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपया भी एक रुपया नीचे गिर चुका है। उसकेे बाद भी कच्चे तेल में जिस तरह की गिरावट देखने को मिली है, उस हिसाब से अब तक पेट्रोल और डीजल की कीमत 8 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता हो जाना चाहिए था। वास्तव में इस दौरान ऑयल कंपनियों की ओर से मुनाफा कमाया है। मौजूदा समय में सरकारी ऑयल विपणन कंपनियों का मुनाफा काफी बढ़ गया है। वहीं टैक्स में इजाफा होने के कारण सरकार की भी काफी कमाई हुई है, लेकिन बीते एक या दो सालों में कच्चे तेल में गिरावट का फायदा आम लोगों को नहीं दिया गया है।
गैस सिलेंडर की कीमत
अब जरा गैस सिलेंडर की कीमत की भी बात कर लेते हैं। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि गैस सिलेंडर भी सस्ता हुआ है। एक अप्रैल को 11 महीने के बाद गैस सिलेंडर की कीमत में 10 रुपए की गिरावट की गई है। जबकि दिसंबर 2020 से लेकर मार्च 2021 तक गैस सिलेंडर के दाम में 225 रुपए की तेजी आई है। आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया है कि बीते कुछ समय से कच्चे तेल की कीमत में 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। मुमकिन है आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के साथ गैस सिलेंडर की कीमत में गिरावट देखने को मिल सकती है।
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