नई दिल्ली। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने जानकारी देते हुए कहा कि उसने अपना सांताक्रूज स्थित रिलायंस सेंटर जो रिलायंस का हेडक्वार्टर भी था को बेच दिया है। यह हेडक्वार्टर 1200 करोड़ रुपए में बेचा गया है। कंपनी के बयान के अनुसार रिलायंस सेंटर की बिक्री से प्राप्त होने वाले रुपयों से केवल यस बैंक का कर्ज चुकाया जाएगा। आपको बता दें कि जुलाई 2020 में यस बैंक ने इस हेडक्वार्टर पर सिंबोलिक पजेशन हासिल कर लिया था। अनिल अंबानी के रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर से 2,892 करोड़ रुपए का बकाया वसूलने के लिए वित्तीय परिसंपत्तियों के सिक्यूरिटाइजेशन एंड रिकंस्ट्रक्शन ऑफ सिक्योरिटी इंटरेस्ट अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी। अधिनियम के तहत बैंक को कब्जा लेने से पहले दो महीने का नोटिस देना होता है, जो बैंक ने मई 2020 में दे दिया था।
यह भी पढ़ेंः- देश का दूसरा सबसे बड़ा Real Estate IPO लेकर आएगा Macrotech Developers
यह है यस बैंक की योजना
अक्टूबर 2020 में यस बैंक के दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद मीडिया रिपोर्ट में यस बैंक के एमडी और सीईओ प्रशांत कुमार ने कहा था कि बैंक इसका मोनेटाइज करना चाहता है। लेकिन हम बैंक के लोअर परेल वाले ऑफिस को सांताक्रूज वाले ऑफिस में शिफ्ट करेंगे। हालांकि, वर्क फ्रॉम को देखते हुए कमर्शियल रियल एस्टेट के फ्यूचर पर अनिश्चितता है। मौजूदा समय में यस बैंक का ऑफिस लोअर परेल में इंडियाबुल्स फाइनेंस सेंटर की टॉप की छह मंजिलों पर पट्टे पर है। 2011 की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यस बैंक ने यह सौदा 1.6 लाख वर्ग फुट के लिए प्रति माह 125 रुपए प्रति वर्ग फीट पर किया था। बाद में यस बैंक की कमान एसबीआई के हाथों में आने के बाद लागत में कटौती की जा रही है। सभी कार्यालयों को किराए पर लेने के लिए कहा गया है। ब्रांच और और एटीएम को युक्तिसंगत बनाया है।
यह भी पढ़ेंः- इन सरकारी बैंकों के आज से बदले IFSC Code, अगर नहीं किया काम तो फेल हो जाएगा ट्रांजेक्शन
रिलायंस के कई ऑफिस थे
वहीं रिलायंस समूह 2018 में नए मुख्यालय में ट्रांसफर हो गया था। अपने ऋण संकट के बाद, समूह ने अपने ऑपरेशन को भी सिकोड़ दिया। यह रिलायंस इंफ्रा के अलावा रिलायंस कैपिटल और उसकी सहायक कंपनियों सहित अन्य समूह कंपनियों का मुख्यालय था। अधिकांश कार्यालयों को नॉर्थ में एडजस्ट किया गया था। बाकी हिस्से को लीज के लिए लिस्ट किया हुआ था। महामारी के कारण लॉकडाउन के परिणामस्वरूप कार्यालय के स्थान को और सिकोड़ दिया गया। क्योंकि अधिकतर कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम के लिए बोल दिया गया था।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/39AdP2V