नई दिल्ली। बॉलीवुड की सदाबहार एक्ट्रेस रेखा ने अपनी एक्टिंग से लाखों करोड़ों लोगों का दिल जीता। एक्ट्रेस ने दशकों तक फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। अपनी खूबसूरती से हर किसी के दिल को घायल करने वालीं रेखा आज भी खूबसूरती में सभी हीरोइनों को मात देती हैं। कांजीवरम साड़ी में लिपटी रेखा को देख हर किसी की नजर बस उन्हीं पर ठहर जाती हैं। रेखा का फिल्मी करियर बड़ा ग्लैमरस रहा। लेकिन उनकी निजी जिंदगी उतनी ही परेशानियों में गुजरी। अमिताभ बच्चन की मोहब्बत हासिल नहीं हुई तो रेखा ने बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल में प्यार ढूंढा। लेकिन ये रिश्ता उनकी जिंदगी में बड़ा तूफान लेकर आया।
कॉमन दोस्त के जरिए मुलाकात
मुकेश अग्रवाल दिल्ली के बड़े बिजनेसमैन थे। उनकी कंपनी हॉटलाइन किचन का सामान बनाती थी। मुकेश अपने फॉर्म हाउस पर लैविश पार्टियां रखते थे। इसमें वह बॉलीवुड के बड़े सितारों को बुलाते थे। कहा जाता है कि मुकेश को फिल्मी हस्तियों से लगाव था। वो उनके मेलजोल बढ़ाने की कवायद में लगे रहते थे। मशहूर फैशन डिजाइनर बीमा रमानी मुकेश और रेखा की कॉमन दोस्त थीं। वो दिल्ली में रहती थीं। ऐसे में रेखा उनसे मिलने के लिए अक्सर दिल्ली आया करती थीं। रेखा अक्सर अपने दोस्तों से बातें करती थीं कि वो अब सेटल होना चाहती हैं। जिसके बाद बीमा ने रेखा की मुलाकात मुकेश से करवाई।
एक महीने के अंदर शादी
रेखा और मुकेश के बीच टेलीफोन पर बात हुई। कई फोन कॉल्स के बाद मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो गया। मुकेश की सादगी पर रेखा अपना दिल दे बैठी थीं। दोनों को मिले एक महीना ही हुआ था कि एक दिन मुंबई जाकर मुकेश ने रेखा को शादी के प्रपोज कर दिया। रेखा ने भी हां कर दी। जिसके बाद दोनों ने उसी दिन शादी का फैसला लिया। दोनों जुहू में मंदिर की तलाश में निकल गए। रेखा की जीवनी ‘रेखा: कैसी पहेली जिंदगानी’ में लेखक यासिर उस्मान ने लिखा कि इस्कॉन टेंपल में भीड़ होने के कारण उसी के सामने मुक्तेश्वर देवालय में दोनों ने शादी का फैसला लिया। 4 मार्च 1990 को रात के 10 बजे नियम तोड़कर दोनों की शादी करवाई गई।
शादी के बाद बदली परिस्थिति
शादी के बाद पहली बार दोनों ने साथ में इतना वक्त बिताया था। ऐसे में रेखा को मुकेश का एक अलग व्यक्तित्व देखने को मिला। मुकेश दिल्ली में रहते थे और रेखा मुंबई। पति से मिलने के लिए रेखा दिल्ली जाया करती थीं। लेखक यासिर उस्मान के मुताबिक, मुकेश के प्रभावशाली लोगों से संबंध बढ़ाने की सनक से रेखा परेशान रहने लगी थीं। ऐसे में रेखा ने उनसे दूरी बढ़ाना शुरू कर दिया। इसके बाद मुकेश को बिजनेस में काफी नुकसान भी उठाना पड़ा। उधर, रेखा ने दिल्ली आना कम कर दिया था। वह इस शादी से खुश नहीं थीं। शादी के छह महीने बाद ही दोनों ने आपसी समहति से तलाक की अर्जी दे दी। कहा जाता है कि पहले से ही डिप्रेशन का शिकार रहे मुकेश बिजनेस में नुकसान और असफल शादीशुदा जिंदगी के कारण और ज्यादा टूट गए। जिसके बाद 2 अक्टूबर, 1990 को उन्होंने अपने फॉर्म हाउल में सुसाइड कर लिया। यासिर उस्मान ने अपनी किताब में लिखा है कि मुकेश ने जिस फंदे से खुदकुशी की वो दुपट्टा रेखा का था।
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