नई दिल्ली। छोटे से कारोबार से अपने काम की शुरूआत करने वाले कल्याण ज्वेलर्स के चेयरमैन और एमडी टी एस कल्याण रमण (T.S. Kalyanaraman) आज देश के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक है। कल्याणरमण ने अपनी कड़ी मेहनत के दम से साल 1993 में 60 लाख का कर्ज लेकर ज्वेलरी की दुकान खोली थी इसके बाद से इस दुकान ने जो सोना उगला उसकी बदौलत वो देश के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में उभरकर सामने आए।
कल्याण ज्वेलर्स की सलाना कमाई
आज के समय में कल्याण ज्वेलर्स दक्षिण भारत में ही पूरी दुनिया में अपनी विश्वसनीयता की एक अलग पहचान बना चुका है। इसके पूरे भारत में 107 शोरूम हैं। कल्याण ज्वेलर्स ने एक इंटरव्यू में यह बताया है कि वे जल्द ही बाजार में अपना आईपीओ लाने जा रहा है। उनकी सलाना कमाई के बारे में कहा जाता है कि कल्याण ज्वैलर्स की अब तक की कमाई 2 अरब डॉलर आंकी है।
मूल्य टैग लगाने वाला पहला ब्रांड
एस कल्याणरमण (T.S. Kalyanaraman) पहले ऐसे ज्वैलर थे जिन्होंने अपने गोल्ड और जेम के कलेक्शन पर ग्राहकों का विश्वास बनाए रखने के लिए मूल्य टैग लगाया था। जिससे किसी ग्राहक के साथ धोखा ना हो लेकिन इस टैग के लगाने से बाकि कारोबारियों को काफी घाटा लगा जिससे उनका व्यापार बर्बाद हो गया है।
लाइफस्टाइल के बारे में
कल्याणरमन (T.S. Kalyanaraman) के पास आज इतनी दौलत है जिसकी वजह से उनकी शानशौकत भी राजाओं से कम नही है उनके पास खुद का जेट है, वहीं बीएमडब्ल्यू, रॉल्स रॉयस जैसी कई आलीशान कारें हैं। कल्याणरामन के पास – दो एंब्रेयर फेनम जेट और दो बेल 427 हेलीकॉप्टर हैं। इसके अलावा 13 सीटर एंब्रेयर लीगेसी 650 विमान भी है।
कल्याणरामन की गहरी सोच
कल्याणरामन की सोच सबसे काफी अलग है हर तरह की पूर्ण सुविधा होने के बाद भी वो अपने बच्चों के साथ कभी एक साथ नही रहते। वे तीनों हमेशा अलग अलग दिशा में रहकर काम करते है।यहां तक कि एक होटल में रूकने के बाद भी तीनों अलग अलग तलों पर रहते है। उनका मानना है कि हमारे साथ 25,000 परिवार की आजीविका जुड़ी हुई है यदि कभी हादसा होता है तो किसी एक के साथ होगा। जिससे बाकि को लोग बचकर इस कपंनी को आगे बढ़ाएंगे।
कल्याणरामन की दिनचर्या
र के अंदर रहकर भी कल्याणरामन अपनी अगविचारधारा का पूरी तरह पालन भी करते हैं। वे सुबह सुबह 6 बजे योग एवं प्रार्थना के साथ दिन की शुरूआत करते हैं। घर पर नाश्ते से लेकर दिन का भोजन पूरा परिवार एक साथ बैठकर करता हैं। दफ्तर से आने के बाद घर पर कोई भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता है।
कल्याणरामन ने अभी हाल ही कल्याण डेवलपर्स की स्थापना की है। जिसके वो चेयरमैन हैं जबकि उनका दामाद मुख्य कार्याधिकारी और दोनों बेटे निदेशक हैं।
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