Thursday, September 1, 2022

यह भारत का दशक नहीं, भारत की सदी है: मैक्किंज़े कंपनी के CEO

मैक्किंज़े कंपनी (McKinsey & Company) के CEO बॉब स्टर्नफेल्स ने वैश्विक आपूर्ति को पूरी करने वाली कंपनियों, कामकाजी आबादी और डिजिटल पैमाने पर छलांग का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारत का दशक नहीं है बल्कि यह भारत की सदी है। उन्होंने कहा कि भारत के पास सभी प्रमुख तत्व (की एलिमेंट्स) बड़ी संख्या में काम करने वाले लोग, दुनिया की आपूर्ति को पूरी करने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियां मौजूद हैं। इसके साथ ही बॉब स्टर्नफेल्स ने कहा कि भारत दुनिया की भविष्य की प्रतिभा का कारखाना होगा क्योंकि 2047 तक दुनिया की कामकाजी आबादी का 20% हिस्सा भारत का होगा।

बॉब स्टर्नफेल्स ने कहा कि मैक्किंज़े कंपनी ने भारत के लिए एक योजना बनाई है, इसलिए कंपनी का बोर्ड दिसंबर में भारत जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी कंपनी में भारत के 5 हजार लोग हैं, जिसे दोगुना करके वह 10 हजार करना चाहते हैं।

मैन्युफैक्चरिंग के लिए भारत में व्यापक संभावनाएं


मैक्किंज़े कंपनी के CEO बॉब स्टर्नफेल्स ने कहा कि भारत दुनिया के लिए भविष्य की प्रतिभा का कारखाना है और वहां मैन्युफैक्चरिंग के सभी पहलुओं में लिए व्यापक संभावनाएं हैं। इसके साथ ही भारत ने तेजी से डिजिटल पैमाने पर छलांग लगाई है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है।

 

बैलेंस शीट और दक्षता के दम पर किसी भी झटके को झेल सकती है कंपनी


कोरोना महामारी पर बात करते हुए बॉब स्टर्नफेल्स ने बताया कि मैंने उस समय जो किया उसमें से एक था बाहर निकलना और ग्राहकों से बात करना। मैं पिछले साल 500 से अधिक सीईओ से मिला। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रक्षात्मक उपाय अपनाकर, बैलेंस शीट को मजबूत कर और दक्षता बढ़ाकर कंपनी किसी भी झटके को झेल सकती है।

 

रूस-यूक्रेन और चीन-ताइवान के बीच जारी तनाव को लेकर बॉब स्टर्नफेल्स ने जताई चिंता


बॉब स्टर्नफेल्स से जब रूस-यूक्रेन और चीन-ताइवान के बीच जारी तनाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि देशों के बीच तनाव कंपनियों के लिए जोखिम बढ़ाते हैं। हम जोखिमों के बारे में कई सीईओ के साथ बातचीत करके काम कर रहे हैं।

 


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