नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत के निधन को हुए 100 दिनों से भी ऊपर का समय हो चुका है। लेकिन आज भी उनकी मौत की गुत्थी सुलझी नहीं है। सीबीआई की ओर से रिपोर्ट में हो रही देरी से परिवार वाले और उनके प्रशंसक काफी नाराज हैं। ऐसे में सुशांत के करीबी दोस्त और स्टाफ मेंबर 2 अक्टूबर से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठकर ' सुशांत के लिए सत्याग्रह' प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं इस बीच अब महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने सीबीआई जांच पर कई सवाल खड़े किए हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि 'सुशांत केस पर पूरे भारत और महाराष्ट्र की जनता की नज़रें टिकीं हुई हैं। सीबीआई को केस सुलझाने और जांच करने को दिया गया था। केंद्र ने ही सीबीआई को यह केस सौंपा था। लेकिन इतने समय बाद भी आखिर नतीजा क्या है? अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि सुशांत की हत्या हुई थी या फिर उन्होंने सुसाइड किया था' देशमुख ने आगे कहा कि 'मुंबई पुलिस भी इस मामले में अच्छी तरह से जांच कर रही थी। ऐसे में यह केस अचानक से मुंबई पुलिस से छीनकर सीबीआई को दे दिया गया। उ डेढ़ महीने से भी ज्यादा का समय हो गया है। वह यह जानना चाहते हैं कि आखिर इस केस की जांच में निकला क्या?'
आपको बता दें अनिल देशमुख सुशांत का केस सीबीआई को सौंपने के खिलाफ थे। उन्होंने शुरूआत से ही इस केस को सीबीआई को देने पर आपत्ति जताई थी। यही नहीं जब से बॉलीवुड का कनेक्शन ड्रग मामले से जुड़ा है। तब से वह चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। ड्रग मामले को लेकर अभी तक महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने कोई बयान नहीं दिया है। यहां तक कि जब उनसे यह पूछा कि मुंबई पुलिस को अभी तक इस मामले में ड्रग एंगल क्यों नहीं दिखाई तो उन्होंने सवाल को अनसुना करते हुए कोई जवाब नहीं दिया।
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