भारतीय रिजर्व बैंक ने मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान कर दिया है। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार 5 अगस्त को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंटस का इजाफा किया। इसके साथ ही रेपो रेट बढ़कर 5.40 फीसदी पहुंच गया। रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद MSF 5.15 फीसदी से बढ़कर 5.65 प्रतिशत हो गया। MPC बैठक में अकोमोडेटिव रुख वापस लेने पर फोकस रखा गया। rbi ने कहा कि कोर महंगाई दर ऊंचे स्तर पर रहने का अनुमान है। हालांकि अप्रैल के मुकाबले महंगाई में कमी आई है। शहरी मांग में सुधार देखने को मिल रहा है। ग्रामीण मांग में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इसके साथ ही आरबीआई की ओर से ये भी साफ किया गया कि, निवेश में तेजी देखने को मिल रही है। दरअसल पहले ही ये अनुमान लगाया जा रहा था कि, आरबीआई रेपो रेट में इजाफा करेगा जिसका सीधा असर ईएमआई पर पड़ेगा। यानी अब आम आदमी की जेब पर ईएमआई का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
ये पड़ेगा असर
ब्याज दरें बढ़ने का सीधा असर उन लोगों के ऊपर होगा, जो Home Loan या पर्सनल लोन की ईएमआई चुका रहे हैं। इसके अलावा जो लोग आने वाले समय में घर या कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, उनके ऊपर भी बढ़ी ईएमआई का बोझ पड़ना तय है।
आरबीआई ने चार तक नहीं बढ़ाया था रेट
महंगाई को काबू करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अहम कदम उठाते हुए चार साल तक रेट में इजाफा नहीं किया था। हालांकि इस साल मई महीने से रेपो रेट को बढ़ाने की शुरुआत की है।
रिजर्व बैंक ने मई महीने में मौद्रिक नीति समिति की आपात बैठक बुलाई थी। महंगाई बेहिसाब बढ़ जाने की वजह से रिजर्व बैंक को ऐसा करना पड़ा था।
यह भी पढ़ें - Repo Rate Hike: आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ाई, लोन होगा महंगा- बढ़ेगी EMI
लोन की EMI पर इतना पड़ेगा असर
आरबीआई के फैसले के चलते आपके होम लोन पर सीधा असर पड़ेगा। इसके तहत मान लीजिए आपने 20 लाख रुपये का होम लोन 20 वर्ष के लिए 6.85 फीसदी ब्याज दर पर लिया था तो आपको 15,326 रुपए EMI देना पड़ रहा था, लेकिन तीन बार रेपो रेट में कुल 1.40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी होने के बाद होम लोन पर ब्याज दर बढ़कर 8.25 फीसदी हो जाएगा। ऐसे में आपको 17,041 रुपए ईएमआई चुकाना होगा, यानि तीन महीने में 1715 रुपये ज्यादा ईएमआई महंगा हो जाएगा। पूरे साल में आपकी जेब पर 20,580 रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
मई में इतना किया था इजाफा
मई 2022 की बैठक में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाया था। उसके बाद जून महीने में मौद्रिक नीति समिति की नियमित बैठक हुई। इसमें रेपो रेट को 0.50 फीसदी बढ़ाया गया।
आरबीआई ने मई महीने में करीब दो साल बाद पहली बार रेपो रेट में बदलाव किया था। करीब दो साल तक रेपो रेट महज 4 फीसदी पर बना रहा था। अभी रेपो रेट 4.90 फीसदी है।
यह भी पढ़ें -
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/JP1SoEz