घर बनवाने वालों के लिए अच्छी खबर है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण मांग ज्यादा होने के बावजूद सीमेंट कंपनियां कीमतों में 3 से 5 प्रतिशत की मामूली कटौती करने की योजना बना रही है। इस कटौती से खुदरा कीमतों में दाम कम करने में मदद मिलेगी। पिछले साल सीमेंट की कीमत 400 रुपए प्रति 50 किलोग्राम बढ़कर अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। सीमेंट के दामों में रिकॉर्ड वृद्धि कोविड महामारी के कारण हुए नुकसान के कारण हुई थी। कोविड के बाद फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण से इनपुट लागतों में तेज वृद्धि, विशेष रूप से थर्मल कोयले में वृद्धि के कारण कीमतों में उछाल आया था।
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लागत में कमी से घट सकते है दाम
सीमेंट कारोबारियों के अनुसार, प्रतिस्पर्धा बढ़ने और लागत में कमी आने के कारण कंपनियां अब दाम घटाने के बारे में विचार कर रही है। खुदरा कीमतों में 1 से 3 फीसदी की गिरावट का आना लगभग तय माना जा रहा है। इसके अलावा ऊर्जा लागत में धीरे-धीरे नरमी के कारण 2023 की शुरुआत से ही कीमतों में कमी आई है। अंतराष्ट्रीय पेट-कोक की कीमतों और कच्चे तेल की कीमतों में साल-दर-साल 13 से 17 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिसका असर घरेलू पेट-कोक की कीमतों पर भी हुआ है।
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पेट-कोक, सीमेंट उत्पादन में महत्वपूर्ण
पेट-कोक एक क्रूड डेरिवेटिव और सीमेंट उत्पादन में एक प्रमुख इनपुट है, जिसकी कीमतों में गिरवाट आने की उम्मीद है, क्योंकि कच्चे तेल की कीमतें अप्रेल और मई के बीच साल-दर-साल 27 फीसदी गिर गई थी और आपूर्ति की स्थिति में सुधार के कारण और गिरावट आने की उम्मीद है।
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