Friday, June 30, 2023

HDFC Bank: दनय क शरष 10 बक म हग शमर एचडएफस बक

HDFC Bank: पहली बार भारतीय कंपनी विलय पूरा करने के बाद दुनिया के सबसे मूल्यवान बैंकों में शुमार हो जाएगा। यह प्रतिष्ठित शीर्ष स्थानों पर कब्जा या मेजर हिस्सेदारी रखने वाले सबसे बड़े अमेरिकी और चीनी बैंकों के लिए एक नई चुनौती होगी। एचडीएफसी बैंक लिमिटेड और हाउसिंग डवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प के मर्जर के बाद एक ऐसा बैंक तैयार होगा, जो इक्विटी बाजार पूंजीकरण में जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड और बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प के बाद चौथे स्थान पर होगा। इसकी वेल्यू लगभग 172 अरब डॉलर होगी। जुलाई से प्रभावी होने वाले विलय के बाद नए एचडीएफसी बैंक के पास लगभग 12 करोड़ ग्राहक होंगे, जो कि जर्मनी की जनसंख्या से भी ज्यादा है। बैंक अपने शाखा नेटवर्क को 8300 से अधिक तक बढ़ाएगा और इसी के साथ कुल कर्मचारियों की संख्या भी 1.77 लाख हो जाएगी। एचडीएफसी एचएसबीसी होल्डिंग्स पीएलसी और सिटीग्रुप इंक समेत अन्य बैंकों से आगे निकल गया है।

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पब्लिक शेयरहोल्डर्स की होगी 100% हिस्सेदारी

एचडीएफसी बैंक ने पिछले साल एचडीएफसी लिमिटेड का अधिग्रहण करने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की थी। ये डील करीब 40 अरब डॉलर की है। प्रस्तावित इकाई का संयुक्त परिसंपत्ति आधार करीब 18 लाख करोड़ रुपए होगा। इसके बाद एचडीएफसी बैंक में 100 फीसदी हिस्सेदारी सार्वजनिक शेयरधारकों की होगी और एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों के पास बैंक की 41 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी। एचडीएफसी लिमिटेड के हर एक शेयरधारक को उनके प्रत्येक 25 शेयर के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे। एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के मर्जर से बनने वाली ईकाई की बैलेंस शीट भी बड़ी होगी, जिससे बाजार में उसकी हैसियत और अधिक बढ़ जाएगी। यह मर्जर एचडीएफसी लिमिटेड के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि इसका बिजनेस कम प्रॉफिटेबल है। वहीं, एचडीएफसी बैंक का इससे लोन पोर्टफोलियो मजबूत होगा।

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13 जुलाई से स्टॉक होंगे डिलिस्टिंग

एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के बोर्ड मर्जर को मंजूरी देने के लिए शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद बैठक करेंगे। एचडीएफसी स्टॉक डीलिस्टिंग 13 जुलाई 2023 से प्रभावी होगी। इसका मतलब है कि 13 जुलाई को ग्रुप की हाउसिंग फाइनेंस फर्म के शेयर स्टॉक एक्सचेंज से हट जाएंगे।



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