Onions Crop: अच्छी फसल और कमजोर खपत के चलते प्याज के दाम अब नहीं रुलाएंगे। खरीफ सीजन वाले नए प्याज की आवक मंडियों में शुरू हो चुकी है। हालांकि, नया प्याज बारिश के कारण थोड़ा कमजोर बताया जा रहा है, फिर भी इसके दामों में वर्तमान और भविष्य में कोई तेजी के संकेत नहीं मिल रहे है। जयपुर मुहाना आलू आढ़तिया संघ अध्यक्ष मदनलाल शर्मा ने बताया कि अभी मंडियों में अलवर और सीकर का प्याज आ रहा है। जनवरी में गुजरात का भी प्याज मंडियों में आने लगेगा, जिसके बाद दामों में और गिरावट आ सकती है। अभी मंडियों में प्याज के थोक दाम 8 रुपए से लेकर 16 रुपए प्रति किलो तक बोले जा रहे है, जबकि खुदरा में अभी भी इसके दाम 20 से 25 रुपए प्रति किलो है।
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इसलिए नहीं गिरेंगे प्याज के दाम
सरकारी गोदामों में पुराना प्याज का बंपर स्टॉक पड़ा है। दिसंबर अंत और जनवरी शुरू में गुजरात, महाराष्ट्र, एमपी और राजस्थान में चौतरफा प्याज की आवक शुरू हो जाएगी। अभी अलवर और सीकर से मंडियों में प्याज आ रहा है। दूसरी तरफ, सप्ताह भर में मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज के दाम 800 से 2800 रुपए से घटकर 600 से 2200 रुपए और दिल्ली की आजादपुर मंडी में भाव 700 से 2700 रुपए से घटकर 625 से 2250 रुपए प्रति क्विंटल पर आ चुके हैं। शर्मा ने बताया कि खरीफ वाला नया प्याज मंडियों में आने के कारण व्यापारियों में पुराना प्याज निकालने का दबाव बना हुआ, जिसके कारण आने वाले दिनों में प्याज के दाम और घटेंगे। हल्की गुणवत्ता वाले प्याज की कीमतों में ज्यादा गिरावट आई है। इस समय मंडी में नए प्याज की 15 गाड़ियां आ रही हैं। 40 से अधिक गाड़ियां पुराने प्याज की आ रही हैं।
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