Monday, January 16, 2023

WPI के मोर्चे पर राहत भरी खबर, 22 महीने के निचले स्तर पर पहुंची थोक महंगाई दर

खाने-पीने की वस्तुओं की थोक प्राइज और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने के कारण पिछले महीने दिसंबर के थोक महंगाई दर पिछले 22 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। सरकार की ओर से जारी आकड़ो के मुताबिक थोक मूल्य सूचकांक WPI नवंबर 2022 में 5.85% और दिसंबर 2021 में 14.27% थी, जो अब पिछले महीने दिसंबर में कम होकर 4.95% के स्तर पर आ गई है। महंगाई के मोर्च में राहत की खबर लोगों के साथ ही अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। फरवरी में RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक होने वाली है, जिसमें अब रिजर्ब बैंक पर इंटरेस्ट रेट को लेकर दबाव कम रहेगा।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि "दिसंबर 2022 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खनिज तेल, कच्चे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, खाद्य उत्पादों, कपड़ा व रसायन और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में गिरावट का योगदान है।" WPI मुद्रास्फीति फरवरी 2021 के बाद पहली बार 5% से नीचे आ पाई है, तब यह 4.83% थी।

खुदरा महंगाई दर में भी आई है गिरावट
इस आकड़े के पहले 12 जनवरी को खुदरा महंगाई का आकड़ा जारी किया गया है। दिसंबर में खुदरा महंगाई दर (CPI) में भी गिरावट देखने को मिली है, जो 5.72% रही। खुदरा महंगाई दर में यह गिरावट मुख्य रूप से फूड आइटम्स की कीमतों में कमी आने से मिली है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर नवंबर 2022 में 5.88% और पिछले साल दिसंबर 2021 में 5.66% थी।

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