Sunny Deol Gadar 2: सनी देओल इन दिनों अपनी फिल्म 'गदर 2' को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। इसी बीच उन्होंने नेपोटिस्म की बहस पर अपने विचार शेयर किए हैं। सनी देओल का कहना है कि उनका करियर बनाने में पिता धर्मेंद्र का बहुत बड़ा हाथ रहा। एक्टर ने ये भी कहा कि उनके फिल्मी करियर को संवारने में नेपोटिज्म की भूमिका नहीं रही है।
आजतक को दिए इंटरव्यू में होस्ट ने सनी से पूछा, “अगर धरम जी एक्टर नहीं होते तो आप आज कहां होते?” सनी ने कहा, ''मुझे नहीं पता, जहां मेरे पिता काम कर रहे होते, शायद मैं भी वहां काम कर रहा होता। अभिनेता ने इस बात पर सहमति जताई कि वह धर्मेंद्र की वजह से एक्टर बने हैं।
'नफरत उन लोगों ने फैलाई है जो हताश हैं'
सनी देओल ने कहा, “उनके पिता इतने बड़े स्टार हैं, इसलिए उन्हें अभिनेता बनने का मंच और अवसर मिला। लोगों को यह समझना होगा कि एक परिवार में बच्चे अपने पिता का पेशा अपनाते हैं। उनका अनुसरण करते हैं। नेपोटिज्म और नफरत सिर्फ उन लोगों ने फैलाई है जो हताश हैं।”
एक्टर ने कहा, “अगर कोई पिता अपने बेटे या बेटी के लिए कुछ करना चाहता है तो इसमें गलत क्या है? अगर कोई पिता अपने परिवार के लिए नहीं करेगा, तो किसके लिए करेगा?” इतना ही नहीं उन्होंने नेपोटिज्म को लेकर कहा कि कुछ निराश लोगों ने नेपोटिज्म को लेकर नैरेटिव सेट किया है।
सनी ने कहा मैं अपने पिता की तरह नहीं हूं
सनी देओल ने आगे कहा, “सफलता किसी व्यक्ति के ऊपर निर्भर करती है। मेरे पिता मुझे अभिनेता बनाने के लिए राजी नहीं हो सके। मैं अपने बेटों को अभिनेता बनाने के बारे में नहीं सोच सकता... पापा इतने बड़े आइकन हैं और मैंने अपनी पहचान बनाई और मैं यहां हूं। मैं अपने पिता की तरह नहीं हूं, लेकिन हम काफी हद तक एक जैसे हैं। बेशक तमाम मुश्किलें थीं, लेकिन मैंने उन मुश्किलों के बारे में नहीं सोचा।”
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