सेंसेक्स 15 सितंबर को ऑल-टाइम हाई 67,927 अंक पर पहुंचने के बाद डेढ़ महीने में ही करीब 4800 अंक यानी 7 फीसदी से अधिक गिर चुका है। स्मॉलकैप-मिडकैप इंडेक्स में भी करीब 8 फीसदी की गिरावट आई है। इससे निवेशक चिंतित हैं। वे परेशान हैं कि आखिर बाजार कहां तक गिरेगा और यह रुकावट कहां जाकर थमेगी? शेयर मार्केट एक्सपर्ट्स से जानें हर सवाल का जवाब...
किन वजहों से गिर रहा है शेयर बाजार?
- अमरीका में 10 साल वाले बॉन्ड का यील्ड 16 साल की रेकॉर्ड ऊंचाई 5 के पार निकल गया है। इससे निवेश शेयर बाजार से पैसे निकाल बॉन्ड में डाल रहे हैं।
- अमरीकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में में बढ़ोतरी की आशंका बनी हुई है।
- इजरायल-हमास युद्ध का दायरा बढ़ रहा है और इसकी चपेट में पूरे मिडिल ईस्ट के आने की आशंका से पैनिक सेलिंग हो रही है।
- कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आ रही है और ये 90 डॉलर प्रति बैरल के पार बना हुआ है।
विदेशी निवेशकों की सितंबर के बाद अक्टूबर में भी बिकवाली जारी है। इस महीने विदेशी निवेशकों ने 14,000 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं।
बाजार में कब रुकेगी गिरावट?
डीआरएस फिनवेस्ट के डॉ. रवि सिंह ने कहा, गिरावट कब थमेगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। भारतीय शेयर बाजार के लिए अभी मौजूदा गिरावट का दौर कुछ और समय तक जारी रह सकता है। हालांकि, बीच में हल्का बाउंसबैक आने से इनकार नहीं किया जा सकता। अमरीका में ब्याज दरों पर स्पष्टता आने, मिडिल ईस्ट संकट कम होने और कच्चे तेल की कीमतें नीचे आने पर तेजी संभव है।
कितना गिर सकता है बाजार?
जियोजीत फाइनेंशियल के रिसर्च हेड के विजयकुमार ने कहा, ऊच्च स्तर से 1० से 12% करेक्शन को हेल्दी माना जाता है और यह अच्छे स्टॉक्स की खरीदारी का मौका देता है। मौजूदा हालात जिस तरह के हैं उनमें अभी सभी सेक्टर्स में गिरावट आ सकती है। चाहे वो रियल्टी, ऑटो, टेक, पावर, आइटी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, बैंक हो या ऑयल एंड गैस शेयर हों। फार्मा ऐसा सेक्टर है जो स्थिर दिख सकता है। जिन स्टॉक्स का बैलेंसशीट और अर्निंग कमजोर है, उन्हें बेचने में देरी नहीं करें। बीयर मार्केट में इन्हीं पर सबसे अधिक मार पड़ती है।
अभी क्या रणनीति अपनाएं?
के. विजयकुमार ने कहा, इस समय बाजार में वेट एंड वॉच की रणनीति अपनानी चाहिए और बाजार में सतर्क अप्रोच रखनी चाहिए। अगर आप 100 रुपए निवेश करना चाहते हैं तो इस समय केवल 20 रुपए ही निवेश करें। अभी एफएमसीजी, फार्मा, डिफेंस और पावर स्टॉक्स में पैसा लगाया जा सकता है। निवेशक अभी गिरावट में खरीदने और तेजी में बेचने की रणनीति अपनाएं। 2 से 3 साल की निवेश अवधि के लिए बड़ी कंपनियों पर दांव लगाने का अच्छा मौका है।
बाजार में कब लौटेगी तेजी
सीएनआइ रिसर्च के सीएमडी किशोर ओस्तवाल ने कहा, स्टॉक मार्केट का करेक्शन बॉन्ड्स, अरनिंग्स के लिए ज्यादा नहीं रहेगा। अच्छा समय जल्द ही लौटेगा। करेक्शन के दौरान क्वालिटी स्टॉक्स को जरूर खरीदना चाहिए। बाजार में जो मंदी है वो अस्थाई है और तेजी स्थाई है। बाजार प्री-इलेक्शल रैली के लिए कंसोलिडेशन के फेज में प्रवेश कर रहा है। दिवाली के आसपास प्री इलेक्शन रैली की शुरुआत हो सकती है।
एसआइपी जारी रखें या रोक दें?
एसआइपी से लंबी अवधि के लिए निवेश किया जाता है। अपने पोर्टफोलियो को बैलेंस्ड रखें और लार्जकैप स्टॉक्स पर फोकस करें। मिड और स्मॉलकैप में हिस्सेदारी घटा सकते हैं। गिरावट के समय एसआइपी रोकने के बजाय निवेश और बढ़ा देना चाहिए।
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