Hindenburg Report on Adani group: अमरीकी शार्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के आर्थिक साम्राज्य की चूलें हिला दी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी ग्रुप को लगतार नुकसान उठाना पड़ रहा है। अडानी की कंपनियों के शेयर में लगातार गिरावट जारी है। शेयरों में गिरावट से अडानी के नेटवर्थ में भी काफी कमी आई है। जिस कारण रिपोर्ट आने से पहले अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर गौतम अडानी टॉप-10 से बाहर हो चुके हैं। इस रिपोर्ट के आए 20 दिन बीत चुके। लेकिन अडानी के शेयरों में गिरावट अब भी जारी है। अब कंपनी ने इस संकट से निपटने के लिए एक खास स्ट्रेटजी तैयार की है। हिंडनबर्ग के भंवर से निकलने के लिए अडानी ग्रुप ने पांच तरीके की तैयारी की है। इन पांचों तरीकों के जरिए अडानी न केवल अपनेआर्थिक नुकसान को कम करेगी। बल्कि साथ ही हिंडनबर्ग से कानूनी लड़ाई भी लड़ेगी।
सोमवार 13 फरवरी को कैसा रहा अडानी के शेयरों का हाल
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर 13 फरवरी को भी अडानी समूह पर दिखा। ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में आज फिर गिरावट देखी जा रही है। अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) को छोड़कर बाकी अडानी स्टॉक्स में गिरावट देखी जा रही है। अडानी टोटल गैस, अडानी पावर, अडानी ट्रांसमिशन में 5-5 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है। हालांकि अडानी एंटरप्राइजेज में 0.15 फीसदी की मामूली तेजी देखी जा रही है।
हिंडनबर्ग संकट से निकलने के लिए अडानी की तैयारी
हिंडनबर्ग संकट से निपटने के लिए अडानी समूह ने अपने राजस्व ग्रोथ का लक्ष्य घटा दिया है। साथ ही ग्रुप नए कैपिटल एक्सपेंडीचर की गति को भी धीमा करने जा रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार अडानी समूह ने अब अगले वित्त वर्ष के लिए 15-20 फीसदी ग्रोथ का लक्ष्य बनाया है जो कि पहले 40 फीसदी पर रखा गया था। इस तरह देखा जाए तो इसको घटाकर करीब आधा कर दिया गया है।
केपैक्स प्लान को भी धीमा करेगा अडानी समूह
ग्रोथ टारगेट को कम करने के अलावा अडानी समूह ने कैपिटल एक्सपेंडीचर प्लान या केपैक्स प्लान को भी धीमा करने की योजना बनाई गई है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि अब समूह अपने धुआंधार एक्सपेंशन पर ध्यान देने के बजाए आर्थिक हालत को मजबूत करने पर ज्यादा फोकस कर रहा है।
गिरवी रखे शेयरों को भी छुड़ाएगी कंपनी
साथ ही अडानी ग्रुप ने कंपनी के कर्ज के भुगतान, कैश बचाने, गिरवी रखे शेयरों को छुड़ाने की तैयारी भी कर रखी है। दूसरी ओर कंपनी पर शेयरों में गड़बड़ी का आरोप लगाने वाली शार्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग से कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी की गई है। मालूम हो कि 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने एक अडानी पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। जिसमें अडानी समूह पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए, जिसके बाद से अडानी समूह के शेयरों में भारी बिकवाली का दौर शुरू हो गया।
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